खुद सौंप दें पालीथिन, नहीं होगी कार्रवाई
उद्यमी व कारोबारी खुद ही 50 माइक्रान तक की पालीथिन नगर निगम को सौंप दे तो कार्रवाई से बच सकते हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : उद्यमी व कारोबारी खुद ही 50 माइक्रान तक की पालीथिन नगर निगम को सौंप दें ताकि उसके निस्तारण की प्रक्रिया शुरू की जा सके। ये सलाह डीएम विजय विश्वास पंत ने पालीथिन व प्लास्टिक कारोबार से जुड़े उद्यमियों व कारोबारियों को दी।
कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को हुई बैठक में उन्होंने कहा कि पहले चरण में 50 माइक्रान तक की पालीथिन पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। जो शासनादेश आएगा, उसके हिसाब से आगे के चरण में कार्य किया जाएगा। हालांकि बैठक के दौरान दो अक्टूबर से थर्मोकोल व प्लास्टिक उत्पाद को बंद करने पर भी चर्चा हुई लेकिन कहा गया कि शासनादेश में ऐसा कुछ आया तो इस तरह की कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने आश्वस्त किया कि किसी भी कारोबारी का उत्पीड़न नहीं होगा लेकिन जरूरी है कि वे स्वेच्छा से इसका कारोबार बंद कर दें। यदि कोई इसका कारोबार करेगा तो कार्रवाई की जाएगी। आठ टीमें पालीथिन जब्त करने के लिए निकलेंगी। पीआइए के अध्यक्ष मनोज बंका ने कहा कि बहुत से लोगों ने अभी लोन लेकर फैक्ट्रियां लगाई हैं। अगर सभी प्लास्टिक उत्पाद बंद कर दिए गए तो वे बर्बाद हो जाएंगे। इस पर उनसे अपना ज्ञापन देने के लिए कहा गया। उद्यमी अनुराग चोखानी ने कहा, पालीथिन के पैक में दूध बिक रहा है। बच्चों के नमकीन के पैकेट भी पालीथिन में हैं। ये बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पाद हैं क्या इन्हें नहीं बंद किया जाएगा। कोपेस्टेट के चेयरमैन विजय कपूर ने कहा कि उद्यमियों को समय की राहत दी जाए। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री ज्ञानेश मिश्रा ने कहा कि पूरे देश में एक समान माइक्रान लागू हो। कानपुर प्लास्टिक व्यापार मंडल के अध्यक्ष इखलाख मिर्जा ने कहा कि प्लास्टिक का सही निस्तारण होने लगे तो समस्या खत्म हो जाए। बैठक में एडीएम सिटी सतीश पाल, सिटी मजिस्ट्रेट वैभव मिश्रा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप मिश्रा रहे। कारोबारियों में उप्र प्लास्टिक मैन्यूफैक्चरर ंवेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश इसरानी, अजय अरोड़ा, अवधेश बाजपेई, विष्णु डालमिया, सुनील मिश्रा, परमानंद, सुरेश केसरवानी आदि थे। पदाधिकारियों ने ली शपथ
बैठक के बाद कानपुर कामर्शियल मर्चेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने डीएम के साथ पालीथिन के खिलाफ शपथ ली। उन्होंने 50 माइक्रान से नीचे के प्लास्टिक निर्माण, भंडारण, बिक्री, प्रयोग न करने की शपथ ली। एसोसिएशन के अध्यक्ष शशांक दीक्षित, ज्ञानेंद्र जायसवाल, जय सिंह, सुमित धाकरे, अशोक कुमार आदि रहे।