हमीरपुर में फांसी के फंदे से लटके मिले प्रेमी युगल के शव, वजह जानकर हो जाएंगे सन्न
मध्य प्रदेश की छतरपुर गौरिहर थाना क्षेत्र के पलटा गांव निवासी 22 वर्षीय कामता नामदेव पुत्र सतीश हरण कस्बे की फरसौलियाना मोहल्ले में हरजू कुशवाहा की मकान में किराये पर रहने के लिए गुरुवार को आया था शवों को बाहर निकाल पोस्टमार्टम के लिए भेजा
कानपुर, जेएनएन। कानपुर के परिक्षेत्र में आने वाले हमीरपुर के कस्बे के फरसौलियाना मोहल्ले में एक ही रस्सी के दोनों किनारों के फंदे में प्रेमी युगल के शव लटके मिले। दोनों मृतकों के बीच मामा-भांजी का रिश्ता है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ शवों को बाहर निकाल पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
मध्य प्रदेश की छतरपुर गौरिहर थाना क्षेत्र के पलटा गांव निवासी 22 वर्षीय कामता नामदेव पुत्र सतीश हरण कस्बे की फरसौलियाना मोहल्ले में हरजू कुशवाहा की मकान में किराये पर रहने के लिए गुरुवार को आया था। शुक्रवार सुबह से शाम तक कामता की कोई आहट न मिलने पर मकान मालिक ने खिड़की से झांका तो युवक-युवती के शव दिखाई दिए। दोनों के शव एक ही रस्सी से बने अलग अलग फंदे में लटके थे। मकान मालिक ने मामले की पुलिस को सूचना दी। सूचना पर क्षेत्राधिकारी अखिलेश राजन, इंस्पेक्टर केके पांडे मौके पर पहुंचे और दरवाजे की कुंडी तोड़कर दोनों के शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक कामता के हमीरपुर रोड पर रहने वाले बड़े भाई राम किशोर ने बताया कि कामता साथ में रहकर ई-रिक्शा चलाता था। गुरुवार को ही वह अलग रहने आया था। युवती 18 वर्षीय राखी पुत्री बृजेंद्र नामदेव चरखारी थाना क्षेत्र के गुड़ा गांव की रहने वाली हैं और दोनों में बीते दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। बताया कि राखी उसकी बहन की देवरानी की बेटी थी, जिससे दोनों में मामा-भांजी का रिश्ता था। इसलिए स्वजन इनके रिश्ते को लेकर राजी नहीं थे। इसी कारण दोनों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इंस्पेक्टर केके पांडेय ने बताया कि मामला प्रेम प्रसंग के चलते फांसी लगाने का है। सभी तथ्यों की जांच पड़ताल की जा रही है।