#Good News: बेफिक्र होकर तैयार करें ऑनलाइन पाठ्यक्रम के नोट्स, हैकर भी खा जाएंगे मात
कानपुर में ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन के 11वीं व 12वीं में पढऩे वाले छात्रों को जावा सर्वलेट की पढ़ाई कराई जाएगी जो जेईई मेंस की तैयारी करने में भी मददगार साबित होगी और कई अन्य लाभ भी ले सकेंगे।
कानपुर, जागरण स्पेशल। कोरोना महामारी ने शिक्षा का स्वरूप बदल दिया है। अब छात्र-छात्राओं का पूरा पाठ्यक्रम ऑनलाइन हो चुका है। छात्र जो डाटा तैयार कर रहे हैं, उसमें अधिकतर उपयोग इंटरनेट पर मौजूद डाटा का रहता है। हालांकि छात्रों के सामने अक्सर ही डाटा चोरी की समस्या आती है, जिसका निदान अब वह स्वयं ही कर सकेंगे।
ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन में आगामी दिसंबर से 11वीं व 12वीं के छात्रों को जावा सर्वलेट की पढ़ाई कराई जाएगी। इस तकनीक की जानकारी हासिल करने के बाद छात्र डाटा तैयार करते समय, जो वेबपेज तैयार करेंगे, वो पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा। कोई भी हैकर या अन्य बाहरी व्यक्ति इस पेज से किसी तरह की जानकारी को न तो कॉपी कर पाएगा, न ही डाटा चोरी होने का डर रहेगा।
ऑनलाइन पोर्टल से कर सकते पढ़ाई ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन में कंप्यूटर शिक्षक पवन ने बताया कि स्कूल के अलावा जो बाहरी छात्र हैं, वे भी जावा सर्वलेट की पढ़ाई कर सकते हैं। इसके लिए कई ऑनलाइन पोर्टल-वेबसाइट हैं, जहां से जानकारी ले सकते हैं। जावा सर्वलेट की पढ़ाई जेईई की तैयारी करने में भी मददगार साबित होगी।
क्या है जावा सर्वलेट
जावा सर्वलेट एक प्रोग्राम होता है। इसका इस्तेमाल वेब अप्लीकेशन में किया जाता है। यह सर्वर की क्षमताओं को बढ़ाने के साथ डाटा सुरक्षित रखने में मददगार होता है।