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कानपुर के एलएलआर अस्पताल में नई व्यवस्था, अब मेटरनिटी विंग व न्यूरो साइंस सेंटर में सीधे भर्ती होंगे संक्रमित

जीएसवीएम मेडिकल कालेज प्रशासन ने पहले की गलतियों से सबक लेते हुए एलएलआर अस्पताल में नई व्यवस्था लागू की है जिससे डीएम व सीएमओ को भी अवगत कराया गया है। कोविड तीसरी लहर से निपटने की तैयारी पूरी है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 09:48 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 09:48 AM (IST)
कानपुर के एलएलआर अस्पताल में नई व्यवस्था, अब मेटरनिटी विंग व न्यूरो साइंस सेंटर में सीधे भर्ती होंगे संक्रमित
जीएसवीएम मेडिकल कालेज प्रशासन ने फैसला लिया।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी की दूसरी लहर की अव्यवस्थाओं से जीएसवीएम मेडिकल कालेज प्रशासन ने सबक लिया है। इसलिए तीसरी लहर में कोई चूक न होने पाए, इसलिए अभी से पूरी तैयारी की जा रही है। एलएलआर अस्पताल के मेटरनिटी विंग एवं न्यूरो सांइस सेंटर के कोविड हास्पिटलों में कोरोना संक्रमित अब सीधे भर्ती किए जाएंगे। वहीं पर उनकी भर्ती की फाइल यानी बेड हेड टिकट (बीएचटी) बनेगा। नई व्यवस्था से सीएमओ एवं डीएम को भी अवगत कराया गया है। सीएमओ से कहा गया है कि संक्रमितों की संख्या बढऩे पर उन्हें सीधे भेजा जाए।

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मेडिकल कालेज की प्रभारी प्राचार्य प्रो. रिचा गिरि ने प्रमुख अधीक्षक, कोरोना के नोडल अफसर, विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की। दूसरी लहर में हुई चूक पर चर्चा की गई। कहा गया कि अगर तीसरी लहर आती है तो गंभीर कोरोना संक्रमितों को सीएमओ के स्तर से ही उनकी स्थिति के हिसाब से सीधे कोविड हास्पिटल भेजा जाएगा।

मेटरनिटी विंग में भर्ती होंगे सीकेडी पीडि़त : क्रानिक किडनी डिजीज (सीकेडी) के पीडि़तों को अगर कोरोना का संक्रमण होता है तो उन्हें सीधे मेटरनिटी विंग में भर्ती किया जाएगा। वहां उनकी तत्काल बीएचटी बनाकर भर्ती किया जाएगा। इस ङ्क्षवग में डायलिसिस की सुविधा भी है।

विंग में ही कोरोना संक्रमित बच्चे का इलाज : कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज की सुविधा मेटरनिटी विंग के तीसरे और चौथे तल पर की गई है। उनके लिए पीडियाट्रिक आइसीयू, एचडीयू और आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जहां उन्हें भर्ती कर इलाज किया जाएगा।

न्यूरो सांइस में भर्ती होंगे आपरेटिव व ब्लैक फंस पीडि़त : न्यूरो साइंस सेंटर में आपरेशन थियेटर है। इसलिए कोरोना संक्रमित वैसे मरीज जिन्हें आपरेशन की जरूरत होगी, वह यहां भर्ती होंगे। इसके अलावा ब्लैक फंगस यानी म्यूकर माइकोसिस के पीडि़त भी यहां सीधे भर्ती किए जाएंगे।

-एलएलआर इमरजेंसी में अगर कोई मरीज सीधे आता है तो उसे पहले वार्ड 1 व 2 के होल्डिंग एरिया में रखा जाएगा। वहां उनकी कोरोना की जांच कराई जाएगी। अगर संक्रमित होगा तो उसे वार्ड तीन व चार के कोविड हास्पिटल में भर्ती किया जाएगा। -प्रो. रिचा गिरि, प्रभारी प्राचार्य, जीएसवीएम मेडिकल कालेज।


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