GST इंटेलीजेंस टीम ने कानपुर के दो पान मसाला कारोबारियों को उठाया, पीयूष जैन पर कार्रवाई के बाद रडार पर थे दाेनों
कर अपवंचना के मामले में गणपति ट्रांसपोर्ट और आनंद पुरी निवासी पीयूष जैन के यहां छापे पड़े थे। पीयूष जैन के यहां बड़ी मात्रा में नकदी मिलने के बाद जीएसटी इंटेलिजेंस के अधिकारियों का पूरा ध्यान उसकी ओर चला गया था।
कानपुर, जागरण संवाददाता। कर अपवंचना के मामले में जीएसटी इंटेलीजेंस की टीम ने पान मसाला कंपनी के दो अधिकारियों से पूछताछ की है। इस पान मसाला कंपनी पर दिसंबर में जीएसटी इंटेलीजेंस के अधिकारियों ने जांच की थी। महानिदेशालय जीएसटी इंटेलीजेंस के अहमदाबाद जोन के अधिकारियों की टीम जांच के लिए रविवार को पान मसाला कंपनी की फैक्ट्री पहुंची थी।
कारोबारियों के मुताबिक कंपनी के ट्रांसपोर्ट नगर, जूही के आसपास तीन प्रतिष्ठान हैं। पान मसाला कंपनी के खिलाफ गुजरात में चार ट्रक माल पकड़े जाने के बाद जांच शुरू हुई थी। इसके साथ आनंदपुरी निवासी गणपति रोड कैरियर के प्रवीण जैन और इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घरों पर छापे डाले गए थे। उस समय पीयूष जैन के आनंदपुरी स्थित आवास से अधिकारियों को 177 करोड़ रुपये की नकदी मिली थी। अब जीएसटी अधिकारियों की टीम आई और उन्होंने दोनों अधिकारियों से रविवार को पूछताछ की। जीएसटी इंटेलीजेंस के अधिकारी उन्हें अपने साथ दूसरे स्थानों पर भी ले गए।
गौरव जायसवाल का निकला वाराणसी लिंक
नयागंज स्थित पुरानी दाल मंडी से जीएसटी इंटेलीजेंस दिल्ली की टीम ने शुक्रवार को गौरव जायसवाल को उठाया था। जानकारी के मुताबिक उसका वाराणसी से कारोबार का ङ्क्षलक निकला था जिसके बाद टीम ने उसके घर पर छापा मारा था। शुक्रवार सुबह गौरव के घर जीएसटी इंटेलीजेंस की टीम तीन कारों से पहुंची थी। सुबह चार बजे पहुंची टीम ने करीब साढ़े आठ बजे तक उससे पूछताछ की थी और फिर साढ़े आठ बजे करीब उसे व कागजातों को साथ ले गए थे। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों वाराणसी में पान मसाला से जुड़े एक कारोबारी के यहां जीएसटी इंटेलीजेंस की टीम ने छापा मारा था। टीम ने पाया था कि वहां पैकिंग मैटेरियल की सप्लाई ज्यादा हुई थी लेकिन कागजों में उसे कम दिखाया गया था। इसमें गौरव जायसवाल के यहां की इनवाइस मिली थी। इस पर गौरव के यहां कार्रवाई की गई थी। अधिकारियों का मानना है कि गौरव ने यह माल सप्लाई नहीं किया था, उसने सिर्फ इनवाइस जारी की थीं।