दिल्ली में लॉकडाउन अफसरों के माथे पर बढ़ा रहा पसीना, कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने को लगेगी जीआरपी और आरपीएफ
रेलवे के एक अधिकारी बताते हैं कि अभी तक मुंबई की ट्रेनों के लिए जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीमों को लगाया गया था। अब एक बार फिर दिल्ली की ट्रेनों के लिए टीमें लगानी होगी। चूंकि मुंबई से आने वाली ट्रेनों की संख्या आठ से दस है
कानपुर, जेएनएन। एक सप्ताह के लिए लॉक डाउन लगने के बाद प्रवासियों की भीड़ दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर टूट पड़ी तो सेंट्रल पर रेलवे अधिकारियों के माथे पर बल पडऩे लगा। दरअसल, प्रवासियों की भीड़ को देखते हुए रेलवे ने सोमवार को एक स्पेशल ट्रेन भी चला दी। इसके साथ ही हर दिन करीब 110 ट्रेनें सेंट्रल से होकर गुजरती हैं। ऐसे में ट्रेनों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराना अधिकारियों को भारी पड़ जाता है।
रेलवे के एक अधिकारी बताते हैं कि अभी तक मुंबई की ट्रेनों के लिए जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीमों को लगाया गया था। अब एक बार फिर दिल्ली की ट्रेनों के लिए टीमें लगानी होगी। चूंकि मुंबई से आने वाली ट्रेनों की संख्या आठ से दस है, जबकि दिल्ली हावड़ा रूट पर 110 ट्रेनें कानपुर सेंट्रल से होकर चल रही हैं। ऐसे में यहां ज्यादा माथापच्ची करनी होगी।
अधिकारियों ने बताया कि लॉक डाउन की घोषणा केजरीवाल सरकार ने शाम सात बजे की है। चूंकि अधिकतर ट्रेनें रात की हैं ऐसे में सेंट्रल स्टेशन पर मंगलवार की सुबह से प्रवासियों की भीड़ दिखायी देगी। अधिकारी बताते हैं कि कामाख्या एक्सप्रेस, नेताजी एक्सप्रेस, कैफियत सुपरफास्ट स्पेशल, दिल्ली अलीपुरद्वार, बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र एक्सपेस, वैशाली एक्सप्रेस आदि ट्रेनें पूर्वांचल की ओर जाती हैं ऐसे में इन ट्रेनों में प्रवासियों की भीड़ अधिक होगी।