ग्रुप कठिन है, हम मुकाबला करेंगे : ज्योति शुक्ला
18वें एशियाई खेलों में हैंडबाल की स्पर्धा में भारतीय महिला टीम का प्रतिनिधित्व कर रही हैं कानपुर की खिलाड़ी ज्योति शुक्ला।
राजेश वर्मा, कानपुर : जकार्ता में चल रहे 18वें एशियाई खेलों में रविवार को हैंडबाल की स्पर्धा में भारतीय महिला टीम को निराशा हाथ लगी। मुकाबले के बाद दल का प्रतिनिधित्व कर रहीं कानपुर की खिलाड़ी ज्योति शुक्ला ने जागरण से विशेष बातचीत में कहा कि टीम कठिन ग्रुप में है लेकिन हम मुकाबले में पीछे नहीं हटेंगे। हमारा सारा फोकस अब उत्तर कोरिया से 21 अगस्त को होने वाले मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर रहेगा।
रविवार को मैच खत्म होने के बाद ज्योति शुक्ला ने कहा कि चीन की टीम 2010 की चैंपियन थी। उससे मुकाबला आसान न था। हमें ए पूल में रखा गया है जो बेहद कठिन है। यानी दिग्गज टीमों से ही हमें कड़ा मुकाबला करना है। फिर भी हम सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाने का भरसक प्रयास करेंगे। मुझे पूरी उम्मीद है कि प्रतियोगिता में भारत की स्थिति सम्माजनक रहेगी। आज की हार पर मंथन कर आगे की नई रणनीति तैयार की जाएगी। - - - - - - - - - - - - - - - -
तीनों मैचों में मिली हार
ग्रुप ए में भारत, चीन, उत्तर कोरिया, कजाखिस्तान और कोरिया शामिल है। कोरिया अपन दोनों मैच जीतकर चार और कजाखिस्तान तीन मैच में दो जीतकर चार अंक झटक चुका है जबकि भारतीय टीम अपने तीनों मैच हार चुकी है और अंक तालिका में सबसे निचले स्थान पर है। - - - - - - - - - - - - -
शहर की बेटी ने तय किया कानपुर से जकार्ता तक का सफर
गोरखपुर में रेलवे में टीटीई की नौकरी कर रही कानपुर की ज्योति बहुत ही साधारण परिवार से हैं। अपनी प्रतिभा के दम पर उसने अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान बनाई है। काकादेव निवासी शिव शकर शुक्ला की बेटी ने वर्ष 2009 में पूर्णा देवी कालेज में प्रवेश लेने के बाद यहीं से हैंडबाल खेलना शुरू किया था। ज्योति की अब तक की उपलब्धि पर मा मीरा देवी, बहन कल्याणी, भाई योगेश और भाभी स्वाति शुक्ला ने खुशी जाहिर करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। ज्योति के साथ भारतीय दल में निधि शर्मा,मनिंदर कौर, ¨रपी, संजीता, बनीता शर्मा और सुषमा भी दमखम दिखा रही हैं।