डिजिटल रूप में मनाया गया दादी मां का मंगल उत्सव
कलश यात्रा मेहंदी गजरा का लाइव प्रसारण - भजन गायकों की प्रस्तुति ने बांधा समां
जागरण संवाददाता, कानपुर : कोविड संक्रमण के चलते प्रतिवर्ष भक्तों में उत्साह का केंद्र रहने वाला दादी मां का मंगल उत्सव इस बार डिजिटल रूप से मनाया गया। श्री राणी सती दादी परिवार मंगल समिति द्वारा कलश यात्रा, मंगल पाठ, कन्या भोज व भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसका लाइव प्रसारण देश-विदेश में रहने वाले दादी मां के भक्तों में सोशल मीडिया के माध्यम से किया गया।
समिति द्वारा 21वें दादी मंगल उत्सव की शुरुआत श्री झुनझुन वाली दादी मां के वैदिक मंत्रोच्चारण व श्रृंगार पूजन से की गई। रावतपुर गुटैया स्थित दादी धाम से मारवाड़ी वेशभूषा धारण कर महिलाओं मंगल कलश यात्रा निकाली। दादी मां के भजन आया उत्सव सजाओ दरबार दादी तेरे दर्शन को हम सब आए.. के गुणगान ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। दादी भक्त पालकी को उठाकर आनंद की अनुभूति कर रहे थे। दोपहर में नवरात्र पर्व के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी का पूजन कर समिति द्वारा परिसर में कन्या भोज का आयोजन किया गया। देवी स्वरूप कन्याओं का विधि-विधान से पूजन अर्चन कर उन्हें भोग अर्पित किया गया। संध्याकाल में मंगल पाठ व भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें समिति के सदस्यों व कुछ महिलाएं शामिल हुए। ऑनलाइन प्रसारण में कोलकाता से आएं भजन गायक राज पारिख ने जब बिन बोले मिलता है तो बोल के क्या मांगे, नाता जोड़ लिया दादी से.. गाकर देश के विभिन्न शहरों में रहने वाले दादी भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यूट्यूब, फेसबुक के माध्यम से विदेशों में रहने वाले दादी मां के भक्तों ने पूजन अर्चन व भजन संध्या, मेहंदी, गजरा, चुनड़ी व 56 भोग अर्पण का लाइव प्रसारण देखा। इस अवसर पर अखिल खेतान, मनोज कुमार अग्रवाल, श्रीनाथ जालान, पदम जालान, श्रीराम औता, निशा अग्रवाल, रितु खेतान, भरत भगत, राजेंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।