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आइआइटी प्रवेश में छात्राओं का अब 20 फीसद कोटा, जैब ने लगा दी मुहर

आइआइटी में पिछले वर्ष तक यह 17 फीसद था। अब जेईई एडवांस स्कोर के आधार पर छात्राओं को देशभर में संचालित 23 आइआइटी में अधिक से अधिक प्रवेश का मौका मिलेगा।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 04:33 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 04:33 PM (IST)
आइआइटी प्रवेश में छात्राओं का अब 20 फीसद कोटा, जैब ने लगा दी मुहर
आइआइटी प्रवेश में छात्राओं का अब 20 फीसद कोटा, जैब ने लगा दी मुहर

कानपुर, जेएनएन। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) में सुपर न्यूमेरी कोटे के तहत इस बार छात्राओं को प्रवेश के अधिक मौके दिए जाएंगे। इनका कोटा तीन प्रतिशत बढ़ा दिया गया है। आइआइटी ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड (जैब) की बैठक में छात्राओं का कोटा बढ़ाकर 20 फीसद कर दिया गया है।

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आइआइटी में पिछले वर्ष तक यह 17 फीसद था। अब जेईई एडवांस स्कोर के आधार पर छात्राओं को देशभर में संचालित 23 आइआइटी में अधिक से अधिक प्रवेश का मौका मिलेगा। इस नियम से छात्रों की सीटों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

सबसे ज्यादा लाभ उन छात्राओं को मिल सकेगा जो जनरल कैटेगरी के माध्यम से प्रवेश नहीं ले पाती हैं। यदि किसी स्थिति में छात्राएं प्रवेश से वंचित रह जाती हैं तो उन्हें सुपर न्यूमेरी कोटे का लाभ मिल सकेगा। इस कोटे के अंतर्गत उन्हीं छात्राओं को प्रवेश दिया जाएगा जो जेईई एडवांस में सफल घोषित की जाएंगी। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों को भी देखा जाएगा। इस वर्ष आइआइटी दिल्ली जेईई एडवांस कराने जा रहा है।

गरीब सवर्ण आरक्षण अगले वर्ष

कानपुर समेत देश की सभी आइआइटी ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर के अंतर्गत गरीब सवर्ण आरक्षण लागू करने की पहल पिछले वर्ष से कर दी है। आइआइटी कानपुर ने चार फीसद कोटा तय किया था, जबकि अन्य आइआइटी ने भी अपने संसाधनों के अनुसार इस कोटे का निर्धारण किया है। जैब की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इस कोटे को 2021-22 तक पूरी तरह निर्धारित कर दिया जाएगा। इस वर्ष संस्थान को अपने सामथ्र्य के अनुसार गरीब सवर्ण आरक्षण लागू करने की छूट दी गई है। 


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