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George Fernandes Birthday : कानपुर से चुनाव लडऩा चाहते थे जार्ज फर्नांडीज, तैयारी भी थी पूरी, पर इच्छा रह गई अधूरी

कानपुर की स्वदेशी समूह की आधा दर्जन मिलों का राष्ट्रीयकरण किया था।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 11:58 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 08:34 AM (IST)
George Fernandes Birthday : कानपुर से चुनाव लडऩा चाहते थे जार्ज फर्नांडीज, तैयारी भी थी पूरी, पर इच्छा रह गई अधूरी
George Fernandes Birthday : कानपुर से चुनाव लडऩा चाहते थे जार्ज फर्नांडीज, तैयारी भी थी पूरी, पर इच्छा रह गई अधूरी

कानपुर, जेएनएन। भारी उद्योग और रक्षा मंत्री रहे जार्ज फर्नांडीज 1980 में कानपुर से लोकसभा चुनाव लडऩा चाहते थे, लेकिन बात नहीं बनी तो वह मुजफ्फरपुर से चुनाव लड़े। कानपुर में स्वदेशी मिल में हुए गोलीकांड के बाद उन्होंने स्वदेशी समूह की कानपुर समेत छह मिलों का राष्ट्रीयकरण कर दिया था। तीन जून 1930 को जन्मे जार्ज आखिरी बार कानपुर डिफेंस कर्मचारियों के एक राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने 1998 में शहर आए थे।

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पूर्व विधायक गणेश दीक्षित के घर रुकते थे

उद्योगों का शहर होने की वजह से जार्ज कानपुर और यहां के श्रमिक नेताओं के काफी करीब थे। वह अक्सर छात्र राजनीति करने वाले और बाद में विधायक हुए गणेश दीक्षित के घर रुका करते थे। आपातकाल के बाद जब जनता पार्टी की सरकार बनी तो वह भारी उद्योग मंत्री थे। पूर्व विधायक गणेश दीक्षित के मुताबिक उसी समय कानपुर में स्वदेशी मिल गोली कांड हुआ था। यह 1978 की बात थी। घटना के बाद जार्ज जब कानपुर आए तो उन्होंने स्वदेशी काटन मिल समेत स्वदेशी ग्रुप की सभी छह मिलों का राष्ट्रीयकरण कर दिया। इसके दो वर्ष बाद ही 1980 के लोकसभा चुनाव में जार्ज ने दलित मजदूर किसान पार्टी से कानपुर से चुनाव लडऩे की इच्छा जताई थी, लेकिन उनकी इच्छा पूरी नहीं हो सकी।

इसके बाद वह मुजफ्फरपुर से चुनाव लड़े थे। 1998 में जब वह रक्षा मंत्री थे तो कानपुर में आल इंडिया रक्षा कर्मचारी संगठन का सम्मेलन हुआ था। उसके उद्घाटन समारोह में वह आए थे। वह पैराशूट फैक्ट्री भी देखने गए थे। यही कानपुर के किसी कार्यक्रम में उनका अंतिम आगमन था। इसके बाद तो दिल्ली से बिहार जाते समय स्टेशन पर ही कार्यकर्ताओं से उनकी मुलाकात होती थी। रक्षा मंत्री रहने के दौरान ही रक्षा प्रतिष्ठानों के निजीकरण का प्रस्ताव भी आया था, जिसे उन्होंने नकार दिया था।  


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