...तो पहले की तरह घर पहुंचेगा सस्ता सिलेंडर, उपभोक्ताओं को देने पड़ेंगे केवल 500 रुपये
दरअसल, सब्सिडी के बैंक खाते में जाने का इंतजार न करते हुए उन्हें सीधे छूट प्रदान कर सिलेंडर मुहैया कराया जाएगा।
By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Wed, 05 Dec 2018 09:16 AM (IST)Updated: Wed, 05 Dec 2018 01:55 PM (IST)
आलोक शर्मा, कानपुर। गरीबों के घरों में चूल्हे की जगह रसोई गैस पहुंचाने के लिए सरकार के संकल्प का असर तो दिखा, मगर महंगे सिलेंडर का ‘धुआं’ उन्हें परेशान कर रहा है। इससे निजात दिलाने के लिए गरीबों के घर पर रियायती सिलेंडर पहुंचाने की तैयारी हो रही है। ऐसा होने पर देश में उज्ज्वला योजना के पांच करोड़ से ज्यादा उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा।
दरअसल, सब्सिडी के बैंक खाते में जाने का इंतजार न करते हुए उन्हें सीधे छूट प्रदान कर सिलेंडर मुहैया कराया जाएगा।इंडियन ऑयल के सूत्रों के मुताबिक उक्त योजना जनवरी 2019 से लागू की जा सकती है। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के बाद दूसरे चरण में पुरानी व्यवस्था के तहत ही सभी उपभोक्ताओं को घर पर सब्सिडी के साथ सिलेंडर दिया जा सकता है।
आंकड़े गवाह हैं कि जिन्हें बिना सिक्योरिटी के सिलेंडर दिए गए, उन्होंने वर्ष में चार से ज्यादा की खपत नहीं की। इसका सीधा मतलब है कि प्रतिमाह बढ़ती कीमतों से एक हजार रुपये के करीब पहुंचे सिलेंडर को खरीदने की क्षमता इन गरीबों में नहीं थी। इससे उज्ज्वला योजना के बंद होने की नौबत आ गई।
अब जवाबदेह लोगों ने मामले की सुध ली है। इसी क्रम में सरकार ने ऑयल कंपनियों से सिलेंडर वितरण और सब्सिडी को लेकर सुझाव मांगे। योजना के तहत उपभोक्ताओं को 500 रुपये में सिलेंडर मिलेगा, सब्सिडी ऑयल कंपनियों के खाते में सीधे जाएगी। उम्मीद है कि दूसरे चरण में यह व्यवस्था सभी उपभोक्ताओं के लिए लागू हो सकती है।
दरअसल, सब्सिडी के बैंक खाते में जाने का इंतजार न करते हुए उन्हें सीधे छूट प्रदान कर सिलेंडर मुहैया कराया जाएगा।इंडियन ऑयल के सूत्रों के मुताबिक उक्त योजना जनवरी 2019 से लागू की जा सकती है। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के बाद दूसरे चरण में पुरानी व्यवस्था के तहत ही सभी उपभोक्ताओं को घर पर सब्सिडी के साथ सिलेंडर दिया जा सकता है।
आंकड़े गवाह हैं कि जिन्हें बिना सिक्योरिटी के सिलेंडर दिए गए, उन्होंने वर्ष में चार से ज्यादा की खपत नहीं की। इसका सीधा मतलब है कि प्रतिमाह बढ़ती कीमतों से एक हजार रुपये के करीब पहुंचे सिलेंडर को खरीदने की क्षमता इन गरीबों में नहीं थी। इससे उज्ज्वला योजना के बंद होने की नौबत आ गई।
अब जवाबदेह लोगों ने मामले की सुध ली है। इसी क्रम में सरकार ने ऑयल कंपनियों से सिलेंडर वितरण और सब्सिडी को लेकर सुझाव मांगे। योजना के तहत उपभोक्ताओं को 500 रुपये में सिलेंडर मिलेगा, सब्सिडी ऑयल कंपनियों के खाते में सीधे जाएगी। उम्मीद है कि दूसरे चरण में यह व्यवस्था सभी उपभोक्ताओं के लिए लागू हो सकती है।
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