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गैस सिलेंडर की कीमतों में 61 रुपये की वृद्धि

घरेलू उपभोक्ताओं के खाते में अब जाएगी 397.59 रुपये सब्सिडी, व्यावसायिक सिलेंडर की कीमत 1440 से बढ़कर 1532.50 रुपये हुई

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Oct 2018 01:46 AM (IST)Updated: Mon, 01 Oct 2018 01:46 AM (IST)
गैस सिलेंडर की कीमतों में 61 रुपये की वृद्धि

जागरण संवाददाता, कानपुर :

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पेट्रोल और डीजल के बाद अब घरेलू और व्यावसायिक गैस की कीमतों में भी भारी इजाफा हुआ है। गैस की बढ़ी कीमतों का सबसे बड़ा असर व्यवसायियों पर पड़ेगा। घरेलू उपभोक्ताओं का भार उन्हें मिलने वाली सब्सिडी से हल्का होगा।

गैस की कीमत में पिछले माह भी बढ़ोतरी हुई थी। अब एक बार फिर दरें बढ़ी हैं। भले ही घरेलू सिलेंडर वाले उपभोक्ताओं को 397.59 रुपये सब्सिडी मिलेगी, लेकिन उन्हें एकमुश्त करीब 897.50 रुपये अदा करना होगा। उनके लिए ज्यादा समस्या है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, लेकिन गैस पर भोजन पकाते हैं। इसी तरह व्यावसायिक गैस सिलेंडर का उपयोग करने वाले होटल, मिठाई विक्रेता और अन्य कारोबारियों को अब 92.50 रुपये ज्यादा अदा करना होगा। ज्यादा परेशानी छोटे कारोबारियों को होगी जो चाय-समोसा बेचकर दो जून की रोटी का जुगाड़ करने में व्यावसायिक सिलेंडर का उपयोग करते हैं।

कानपुर गैस वितरक संघ के अध्यक्ष भारतीष मिश्र के मुताबिक 14.200 किलोग्राम का घरेलू गैस सिलेंडर अभी तक 836.50 रुपये का मिल रहा है, लेकिन एक अक्टूबर से इसकी अनुमानित कीमत 897.50 रुपये हो जाएगी। अब खाते में 397.59 रुपये सब्सिडी जाएगी। इसी तरह 19 किलोग्राम का व्यावसायिक सिलेंडर 1440 से बढ़कर 1532.50 रुपये का हो जाएगा।

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''लगातार बढ़ रही कीमतों पर सरकार को अंकुश लगाना चाहिए। सब्सिडी भले ही सरकार दे रही है, लेकिन गरीब सिलेंडर लेने के लिए एकमुश्त 897 रुपये कहां से लाएगा।- पूनम त्रिवेदी, गृहणी '' गैस की कीमत लगातार बढ़ाना उचित नहीं है। कीमत कैसे घटेगी, सरकार को इस पर मंथन करना चाहिए। ऐसे हालात में गरीब आदमी फिर से चूल्हे पर भोजन पकाने को मजबूर होगा।- अशोक पांडेय, कारोबारी ''जब सब्सिडी देनी ही है तो पूरी कीमत क्यों ली जा रही है। यह सहूलियत होनी चाहिए कि उपभोक्ता सब्सिडी की राशि काटकर जमा करे। इससे उस पर बोझ भी पड़ेगा।- डा. हरीश शर्मा '' गरीबों के लिए बढ़ती गैस की कीमतें दुख देने वाली हैं। कीमतों पर हर हाल में नियंत्रण होना चाहिए। कीमतें इस तरह ही बढ़ती रहीं तो फिर जल्द ही एक हजार तक पहुंच जाएगी।- आशीष गोयल, कारोबारी


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