गंगागंज, शताब्दी नगर और रतनपुर कॉलोनी के लोगों को मिलेगी हाईस्पीड इंटरनेट सुविधा, 30 एमबीपीएस होगी स्पीड
वोडाफोन की फोरजी स्पीड के बराबार बीएसएनएल की फाइबर स्पीड है। प्राइवेट ऑपरेटर पोल लगाने के बहाने काट देते हैं लाइनें बीएसएनएल अधिकारियों के मुताबिक प्राइवेट ऑपरेटर मरियमपुर चौराहा में अपनी लाइनों के पोल लगा रहे थे। कर्मचारी की ड्यूटी लगाकर लाइनों की निगरानी की जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। बीएसएनएल ने उपभोक्ताओं को हाईस्पीड इंटरनेट सुविधा के लिए गंगागंज, शताब्दी नगर और रतनपुर कॉलोनी में फाइबर लाइन डालने का काम अंतिम चरण पर है। सप्ताह भर में वहां के लोगों को हाईस्पीड इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
तीनों इलाकों में अभी कॉपर की लाइन पड़ी है। इस वजह से इंटरनेट की अच्छी स्पीड नहीं मिल पाती है। इस वजह से उपभोक्त प्राइवेट ऑपरेटर की ओर भाग रहे हैं। इससे बीएसएनएल के उपभोक्ता कम होने के साथ ही बिजनेस में भी घाटा हो रहा है। इससे उभरने के लिए बीएसएनएल ने क्षेत्र में फाबर लाइन डाली जा रही है। इससे पुराने ग्राहकों को फाइबर का कनेक्शन दिया जाएगा। बीएसएनएल के अधिकारियों के मुताबिक, कॉपर लाइन में 12 एमबीपीएस की स्पीड आती थी, लेकिन फाबइर लाइन में 30 एमबीपीएस की स्पीड आएगी। अधिकारियों का दावा है कि जियो, एयरटेल और वोडाफोन की फोरजी स्पीड के बराबार बीएसएनएल की फाइबर स्पीड है। प्राइवेट ऑपरेटर पोल लगाने के बहाने काट देते हैं लाइनें बीएसएनएल अधिकारियों के मुताबिक, प्राइवेट ऑपरेटर मरियमपुर चौराहा में अपनी लाइनों के पोल लगा रहे थे। इस दौरान उन्होंने कई जगह बीएसएनएल के केबल काट दिये थे। ऑपरेटर को एफआईआर की चेतावनी दी तो उसने लाइनों की मरम्मत कराई।
लाइनों की सुरक्षा के लिए पेट्रोलिंग की है जरूरत
नगर निगम और जलनिगम की बेतरीब खोदाई से बीएसएनएल की लाइनें कट जाती और उपभोक्ता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए अधिकारियों ने योजना बनाई है जिस इलाके में जलनिगम लाइन डाल रहा होगा, वहां पर कर्मचारी की ड्यूटी लगाकर लाइनों की निगरानी की जाएगी।