प्रधानमंत्री आवास के नाम पर ठगी करने वाला गैंग दबोचा
500 लोग इस गैंग का हो चुके हैं शिकार।
जागरण संवाददाता, कानपुर : प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला एक और गिरोह क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया। 500 से अधिक लोग इस ठगी गैंग का शिकार हो चुके हैं। देश के अन्य कई शहरों में भी इनका नेटवर्क फैला हुआ था। क्राइम ब्रांच ने छह अभियुक्त को दबोच कर उनके खाते में ठगी के साढ़े छह लाख रुपये फ्रीज करा दिए हैं।
डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि अभियुक्त खुद को पीएम आवास योजना से जुड़ा अधिकारी बताकर लोगों को फोन करते थे। उनसे कहा जाता था कि आपकी कालोनी कंफर्म हो गई है। अगर हां, तो आपको कुछ धनराशि जमा करनी होगी। इसमें कुछ रुपए फार्म चार्ज और कुछ किस्त के रूप में जमा होंगे। इसके कुछ दिनों बाद दोबारा किस्त जमा करने या दस्तावेज जमा करने के बहाने फोन किया जाता था। ठग बातचीत के जरिए लोगों से एटीएम खाता संख्या और खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर भी ले लेते थे। जानकारी हासिल होते ही ठग लोगों के बैंक खातों से पैसे पार कर देते थे।
-------
ऐसे सामने आया मामला
थाना रेलबाजार निवासी रजिया बेगम ने बीती तीन जनवरी को पुलिस को प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर करीब 12 हजार रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मुकदमा लिखने के बाद क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित किया। क्राइम ब्रांच की जांच में मामला खुल गया।
-------
छह गिरफ्तार, आठ मोबाइल बरामद
सचेंडी निवासी रामबहादुर गैंग लीडर है। इसकी निशानदेही पर पुलिस ने सजेती निवासी शिव सिंह, लाला, ननके, बाबू सिंह और सचेंडी निवासी सोनू को गिरफ्तार किया। अभियुक्तों के पास से आठ मोबाइल बरामद हुए हैं।
-------
गिरफ्तार करने वाली टीम
आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में रेलबाजार थाना प्रभारी रत्नेश सिंह, एसआई राजकुमार रावत, हेड कांस्टेबल. विपिन कुमार, कांस्टेबल अनिल कुमार, राकेश सिंह क्राइम ब्रांच से एसआई प्रशांत सिंह, हेड कांस्टेबल जितेंद्र सिंह, शिववीर सिंह, शहवाज खान, धमेंद्र शामिल रहे।