Ganesh Chaturthi 2021 : रवि योग में घर-घर विराजेंगे गणपति महाराज, विघ्नहर्ता देंगे सुख-समृद्धि का वर
Ganesh Chaturthi 2021 गुरुवार को साकेत नगर जीटी रोड पराग दूध डेरी व घंटाघर सहित शहर के कई क्षेत्रों में गणपति महाराज की प्रतिमा को खरीदने के लिए भक्तों की भीड़ रही। सबसे ज्यादा पसंद बाल गणेशा की प्रतिमा को किया गया।
कानपुर, जेएनएन Ganesh Chaturthi 2021: विघ्नहर्ता गणपति महाराज शुक्रवार को रवि योग में घर-घर विराजेंगे। शहर भर में उत्साह का माहौल होगा। हालांकि कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार भी आयोजन काफी हद तक सीमित रहेंगे। यही कारण है कि इस बार शहर में मुंबई की तर्ज पर सजने वाले पंडाल नहीं सजाए गए हैं। हालांकि घरों में बप्पा का पूजन करने के लिए गुरुवार देर रात तक भक्त खरीदारी में जुटे रहे।
गुरुवार को साकेत नगर, जीटी रोड, पराग दूध डेरी व घंटाघर सहित शहर के कई क्षेत्रों में गणपति महाराज की प्रतिमा को खरीदने के लिए भक्तों की भीड़ रही। सबसे ज्यादा पसंद बाल गणेशा की प्रतिमा को किया गया। गोविंद नगर के मूर्तिकार ने विशेष आर्डर पर कोरोना वायरस पर सवार गणपति की प्रतिमा बनाई। राजस्थान मूॢत कला केंद्र के मूर्तिकार आनंद मूॢत ने बताया इस बार एक से तीन फीट तक की गणेश जी के विभिन्न स्वरूपों की प्रतिमाएं बनाई हैं। सबसे ज्यादा इन्हीं की बिक्री हो रही है। इनकी कीमत 100 रुपये से लेकर 600 रुपये तक है। उन्होंने बताया कि इस बार मिट्टी से बनी ईको फ्रेंडली प्रतिमा भी आकर्षण का केंद्र है। घंटाघर स्थित सिद्धि विनायक मंदिर में मंदिर समिति द्वारा विधिवत पूजन अर्चन कर परंपरा का पालन किया जाएगा।
रवि योग में होगी गणपति महाराज की स्थापना : ज्योतिषाचार्य केए दुबे पद्मेश ने बताया कि सुबह पांच से 11 बजे के बीच कई मुहूर्त हैं, जिनमें गणपति की स्थापना की जा सकती है। उन्होंने बताया कि भगवान गणेश की स्थापना के समय दूर्वा व सिंदूर चढ़ाना शुभ होता है। ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का उच्चारण कर भगवान को इक्कीस दूर्वादल चढ़ाएं और विघ्नहर्ता के दस नामों का उच्चारण करें। गणेश जी को मोदक बहुत पसंद है। इसलिए भोग में मोदक चढ़ाना शुभ माना जाता है।
साउथ अफ्रीका में विराजेंगे बर्रा के गजानन : बर्रा दो पानी टंकी के पास स्थित बाबा शिव मूॢत कला केंद्र के संचालक मूर्तिकार आजाद ने बताया कि बर्रा विश्वबैंक निवासी दीपिका आइटीबीपी में अधिकारी हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती पिथौरागढ़ में है। उनके पति साउथ अफ्रीका में रहते हैं। इस बार उन्होंने दो से ढाई फीट की मूर्ति की फोटो मंगवाई थी। उसे साउथ अफ्रीका भेज दिया गया है।
इनका ये है कहना
- गणेश पूजा में पांडाल सजाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। श्रद्धालु अपने घर पर भगवान गणेश की प्रतिमा को स्थापित कर उनका पूजना अर्चन कर सकते हैं। घरों में भी भीड़ भाड़ एकत्र करने की अनुमति नहीं होगी। कोविड नियमों के आधार पर ही गणेश पूजा का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।- आकाश कुलहरि, अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था