सिर पर दूल्हे का सेहरा सजने से पहले ही साथी ने उतार दिया मौत के घाट Kanpur News
सचेंडी के वर्कशॉप में काम करने वाले कर्मचारी की हत्या के बाद साथी फरार हो गया।
कानपुर, जेएनएन। एक माह बाद उसके सिर पर दूल्हे का सेहरा सजने वाला था लेकिन साथी ही उसके लिए काल बन गया। एक ही कमरे में रहने वाले साथी ने ही उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद अन्य साथियों को ललकारते हुए फरार हो गया था। पुलिस ने बंदूक कब्जे में लेकर आरोपित की तलाश में दो टीमें लगाईं है। एक टीम फतेहपुर स्थित उसके घर भी पहुंची, लेकिन उसका पता नहीं लगा।
वर्कशॉप में करता था काम
घाटमपुर के उमरी गांव निवासी कृष्ण कुमार का सबसे छोटा बेटा 25 वर्षीय अनिल कुमार संखवार सचेंडी के रायपुर स्थित अपोलो टायर वर्कशॉप में चतुर्थ श्रेणी कर्मी था। परिसर में ही बने एक कमरे में फतेहपुर के बहापार हसवा गांव निवासी रंजीत कुमार के साथ रहता था। रंजीत वर्कशॉप में ही टायरों के एलाइनमेंट का काम करता था। पड़ोस के कमरे में गार्ड रहते थे और तीसरे कमरे में कभी कबार ड्राइवर आकर रुकते थे।
दोनों के बीच था लेनदेन का विवाद
पुलिस की पूछताछ में रायपुर गांव निवासी गार्ड महेंद्र व लालाराम ने बताया कि रंजीत शराब पीने का आदी था। उसने साथ रहने वाले अनिल संखवार से भी हजारों रुपये उधार ले रखे थे। गुरुवार रात करीब नौ बजे अनिल किसी से फोन पर बात कर रहा था। बात होने के बाद उसने रंजीत से उधार दिए गए पैसे वापस मांगे तो उनमें झगड़ा हो गया। इसके बाद अनिल अपने बिस्तर पर जाकर सो गया।
साथी की बंदूक से मार दी गोली
महेंद्र के मुताबिक देर रात वह अपने कमरे में खाना खा रहे थे और लालाराम परिसर में घूम रहा था। तभी रंजीत शराब के नशे में धुत होकर आया और गालीगलौज करते हुए उसने महेंद्र की बंदूक उठा ली। इसके बाद अपने कमरे में जाकर वहां सो रहे अनिल के जबड़े पर सटाकर गोली मार दी और बंदूक फेंककर फरार हो गया। गोली चलते ही महेंद्र व लालाराम पहुंचे और उन्होंने मैनेजर शैलेश को फोन किया। पुलिस ने अनिल को अस्पताल भेजा, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। परिवार वालों की तहरीर पर शुक्रवार शाम मुकदमा दर्ज किया गया है।
अनिल से पहले गार्ड पर भी झोंका था फायर
गार्ड महेंद्र ने बताया कि खाना खाते वक्त उन्होंने बंदूक दीवार के सहारे रख दी थी। रंजीत ने बंदूक उठाई और गाली देकर भाग जाने के लिए कहा। नहीं भागा तो गोली चला दी। गनीमत रही कि गोली उसे लगी नहीं। इसके बाद महेंद्र भी घबरा गए और बाहर भागे। तब उसने कमरे में जाकर अनिल को गोली मार दी। एसपी ग्रामीण प्रद्युम्न सिंह ने बताया कि वारदात के पीछे लेनदेन व नशेबाजी का विवाद सामने आया है। गार्ड की जिस बंदूक से गोली मारी गई, उसे जब्त किया गया है। आरोपित रंजीत की तलाश में दो टीमें लगाई गई हैं। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
अगले माह होनी थी अनिल की शादी
रिश्तेदारों ने बताया कि अनिल चार भाइयों में सबसे छोटा था। अगले माह अनिल की शादी होनी थी। फतेहपुर के औंग में रिश्ता तय हुआ था। इसके चलते घर में शादी की तैयारियां भी चल रही थीं। उसकी हत्या की जानकारी होते ही घर में कोहराम मच गया। शादी को लेकर परिवार वालों की खुशियां मातम में बदल गईं।