वनवासी बच्चों को आत्मरक्षा का मंत्र दे रहे पूर्व बॉक्सर, बॉक्सिंग संग जिमनास्टिक में बना रहे दक्ष
रावतपुर गांव स्थित बिरसा मुंडा वनवासी आश्रम में लगभग 40 छात्रों को पूर्व बॉक्सर भगवानदीन बॉक्सिंग जिमनास्टिक और योग का नि शुल्क प्रशिक्षण देकर दक्ष बना रहे हैं। प्रतिभा के धनी बच्चे भी जल्दी सीख रहे हैं ।
कानपुर, जेएनएन। शहर के साथ आसपास के कई जिलों में गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर खिलाड़ियों को संवारकर मंच तक पहुंचाने वाले पूर्व बॉक्सिंग खिलाड़ी भगवानदीन इन दिनों वनवासी छात्रों को गुरुमंत्र दे रहे हैं। वे रावतपुर गांव में चनवासी छात्रावास में नि:शुल्क खेल की बारीकियां सिखा रहे हैं।
ग्वालटोली निवासी पूर्व बॉक्सिंग खिलाड़ी भगवानदीन पालिका स्टेडियम में प्रतिदिन करीब 50 से ज्यादा खिलाड़ियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण देकर बॉक्सिंग में निपुण बना रहे है। भगवानदीन ने बताया कि रावतपुर गांव स्थित बिरसा मुंडा वनवासी आश्रम में प्रतिदिन छात्रों को जिमनास्टिक, बॉक्सिंग, योग के प्रशिक्षण के साथ आत्मरक्षा का पाठ पढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वनवासी छात्रों में सीखने की क्षमता अन्य छात्रों की अपेक्षा अधिक है। इसके कारण वे जिमनास्टिक में पिरामिड बनाना और बॉक्सिंग में बेसिक पंच लगाना शुरुआती दौर में ही सीख गए। उन्होंने बताया कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि इनमें से कई बेहतर खिलाड़ी ऐसे मिलेंगे जो बड़े मंच पर खुद को साबित करेंगे। इसके लिए प्रतिदिन उनको प्रशिक्षण देने के साथ खेल संबंधी बातों से रूबरू कराया जा रहा है। आदिवासी बच्चों को प्रशिक्षण देने में भगवानदीन के साथ न्यू एकलव्य स्पोर्ट्स अकादमी के बेहतर बॉक्सर भी शामिल रहते हैं। कोच का मानना है कि बिरसा मुंडा बनवासी आश्रम के बच्चे अभ्यास का डेमो देखकर जल्द सीख जाते हैं। उन्होंने कहा कि पूरी उम्मीद है कि जल्द यहां के खिलाड़ी बड़े मंच तक पहुंचेंगे।