बिकरू कांड: घटनास्थल से बरामद शस्त्रों व कारतूसों की अब तक नहीं आई फॉरेंसिक रिपोर्ट
असलहे कारतूस आदि को भेजा गया था लैब रिपोर्ट जल्द मंगवाने के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा रिमाइंडर पुलिस ने विकास दुबे की फोन पर कई लोगों से हुई बातचीत और उसके सहयोगी प्रेमप्रकाश की बहू की बातचीत के ऑडियो को भी सुबूत के तौर पर शामिल किया
कानपुर, जेएनएन। बिकरू कांड में बरामद शस्त्रों व कारतूसों की फॉरेंसिक रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। आरोपपत्र दाखिल करने में महज एक सप्ताह शेष है, ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने लखनऊ स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला को रिमाइंडर भेजा है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट बाद में भी कोर्ट में दाखिल की जा सकती है।
बीती दो जुलाई की रात चौबेपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की गोलियों से छलनी करके हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने घटनास्थल से दर्जनों कारतूस व असलहे आदि बरामद किए थे। इसके बाद मुठभेड़ में मारे और गिरफ्तार किए गए आरोपितों से भी कई अत्याधुनिक हथियार बरामद किए गए थे। यही नहीं शहीद पुलिसकर्मियों के शरीर से भी डॉक्टरों ने बुलेट्स निकाली थीं। इन सभी को फॉरेंसिक जांच के लिए लखनऊ स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया था। वारदात के तीन माह बीतने को हैं, लेकिन अब तक फॉरेंसिक रिपोर्ट नहीं आई। एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि वारदात के बाद जुटाए गए जिन सुबूतों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया था। उनकी रिपोर्ट जल्द मंगवाने को रिमाइंडर भेजा गया है।
ऑडियो की करा रहे फॉरेंसिक जांच
पुलिस ने विकास दुबे की फोन पर कई लोगों से हुई बातचीत और उसके सहयोगी प्रेमप्रकाश की बहू की फोन पर हुई बातचीत के ऑडियो को भी सुबूत के तौर पर शामिल किया है। उसकी सत्यता के लिए साक्ष्य अधिनियम के तहत फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी।
चार्जशीट का 95 फीसद काम पूरा, इसी सप्ताह होगी दाखिल
पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट का 95 फीसद काम पूरा कर लिया है। उच्चाधिकारी लगातार मानीटरिंग भी कर रहे हैं। तय समयसीमा में इसी सप्ताह उसे कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि सभी गवाहों के बयान हो चुके हैं।