Flood In UP: गंगा कटरी के गावों में मुसीबतों की बाढ़, त्योहार से पहले पलायन कर रहे लोग
उन्नाव में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के पार है यहां हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई है। वहीं कानपुर में जलस्तर स्थिर बना हुआ है जिससे अफसरों ने राहत की सांस ली है। कन्नौज फतेहपुर फर्रुखाबाद में भी पानी घटने लगा है।
कानपुर, जागरण टीम। गंगा कटरी के गांवों में मुसीबतों की बाढ़ आ गई है। दीपावली का त्योहार सिर पर है लेकिन लोग घरों की सफाई के बजाय वहां से पलायन कर स्कूल और अन्य ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हैैं। उन्नाव में गुरुवार को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। कानपुर में सुबह से जलस्तर स्थित है लेकिन कन्नौज, फतेहपुर, फर्रुखाबाद में गंगा का पानी धीरे-धीरे कम होने लगा है।
उन्नाव में गंगा खतरे के निशान 113 मीटर को पार कर 113.04 मीटर पर पहुंच गई। बाढ़ के कारण बांगरमऊ, सफीपुर, सदर और बीघापुर तहसील के सैकड़ों गांव चपेट में हैं। हजारों बीघा फसल जलमग्न हो चुकी है। लोग मजबूरी में गृहस्थी का बचा-खुचा सामान लेकर प्रशासन द्वारा बनाए गए शिविरों में रुके हैैं। गंजमुरादाबाद ब्लाक क्षेत्र में जलस्तर घटा है।
कानपुर में गंगा का जलस्तर सुबह छह से शाम छह बजे तक स्थिर रहने से अफसरों ने राहत ली। कई गावों में गंगाजल भरने से फंसे कई परिवारों को निकालकर बैराज स्थित स्कूल में बने राहत केंद्र में भेजा गया। नरोरा बांध से पानी अब कम आने से सिंचाई विभाग के अफसर मान रहे हैैं कि अब गंगा का जलस्तर घटेगा। प्रशासन ने नावें लगा दी हैं ताकि गांवों में पानी भरने पर फंसे लोगों को निकाला जा सके।
कन्नौज में गंगा का जलस्तर में 30 सेमी कम हो गया। सदर एसडीएम उमाकांत तिवारी व नायब तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह ने बाढ़ प्रभावित गांव कटरी कासिमपुर का निरीक्षण किया। फतेहपुर में गुरुवार को जलस्तर स्थिर रहा, पर खतरे के निशान के नीचे नहीं आया है। पांच गांवों में अब भी पानी मुख्य रास्ते पर भरा है। उम्मीद है कि अगले 20 घंटे में पानी कम हो जाएगा। एसडीएम अवधेश निगम ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर घटकर 136.75 मीटर नीचे पहुंच गया, वहीं रामगंगा का जलस्तर 20 सेंटीमीटर घटने के बाद भी खतरे के निशान 137.10 मीटर पर बह रही है।