नहर में आया पानी, फिर भी प्यासी पांच लाख आबादी
जल निगम के सिस्टम में फाल्ट होने से जलकल को लोअर गंगा कैनाल से नहीं मिल पा रहा पांच करोड
जल निगम के सिस्टम में फाल्ट होने से जलकल को लोअर गंगा कैनाल से नहीं मिल पा रहा पांच करोड़ लीटर पानी
जागरण संवाददाता, कानपुर : सिचाई विभाग ने नहर में पानी छोड़ दिया है, इसके बाद भी जलकल को लोअर गंगा कैनाल से पांच करोड़ लीटर जलापूर्ति के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। जल निगम के सिस्टम में फाल्ट होने से पांच लाख लोगों को पेयजल के लिए जूझना पड़ रहा है। तीन दर्जन मोहल्लों में लो प्रेशर से पानी पहुंच रहा है।
सिचाई विभाग ने नहर की सफाई के चलते 15 अक्टूबर से रोका गया जलप्रवाह नवंबर के पहले हफ्ते से चालू कर दिया था। इसके चलते गुजैनी वाटर वर्क्स को 2.8 करोड़ लीटर पानी मिलने लगा है। वहीं लोअर गंगा कैनाल से जलकल पांच करोड़ लीटर जलापूर्ति करता है। इससे पांच लाख जनता को पीने का पानी मिलता है। जलकल अवर अभियंता रवि प्रकाश सिंह ने बताया कि जल निगम के अरमापुर में इलेक्ट्रिक फाल्ट होने के कारण लोअर गंगा कैनाल से पानी नहीं मिल पा रहा है।
यहां पर आ रही दिक्कत
दर्शनपुरवा, कौशलपुरी, प्रेमनगर, परेड, गांधीनगर, परमट, ग्वालटोली, रामबाग, आरके नगर, जवाहर नगर, नेहरू नगर, गुमटी नंबर पांच समेत तीन दर्जन मोहल्ले।
गीतानगर में ठीक हुआ लीकेज
गीतानगर में मुख्य सड़क पर लीकेज को जल निगम की टीम ने शनिवार को ठीक किया। लीकेज के कारण रोज हजारों लीटर पानी बहता रहता था। वहीं लाजपत नगर से नहरिया जाने वाली रोड पर एक माह से लीकेज है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया, रास्ता खतरनाक हो गया है। गांधीनगर, जनरलगंज समेत कई जगह लीकेज से जनता परेशान है।