Move to Jagran APP

गेहूं से सिक्का और अलसी से प्रतिमा तैयार करने वाले शैलेंद्र ने अब बनाया यूपी का दर्पण

गिनीज लिम्का इंडिया बुक में अपना नाम दर्ज करा चुके फतेहपुर के शैलेंद्र ने उत्तर प्रदेश के इतिहास को दर्पण में संजोने के लिए केमिकल बालू सीमेंट व पत्थर के टुकड़ों का उपयोग किया है इस कलाकृति को बहुत जल्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेंट करेंगे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sat, 26 Sep 2020 01:38 PM (IST)Updated: Sat, 26 Sep 2020 01:38 PM (IST)
गेहूं से सिक्का और अलसी से प्रतिमा तैयार करने वाले शैलेंद्र ने अब बनाया यूपी का दर्पण
अपनी कलाकृति के साथ आर्टिस्ट शैलेंद्र उत्तम।

फतेहपुर, जेएनएन। गेहूं के दानों से सिक्का और अलसी के दानों से प्रतिमा तैयार कर चुके आर्टिस्ट शैलेंद्र उत्तम ने फिर एक बार कमाल की कलाकृति बनाई है। बांबे आर्ट के डिग्रीधारी और किसान के इस होनहार बेटे ने उत्तर प्रदेश दर्पण की आकृति गढ़ी है, जिसे वह जल्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेंट करना चाहते हैं। इस दर्पण में समूचे सूबे का इतिहास, महापुरुषों, ऐतिहासिक-धार्मिक स्थलों की झांकी के साथ प्रादेशिक संस्कृति के रंग दिखाई देते हैं।

loksabha election banner

चर्चा का विषय बनती शैलेंद्र की कलकृतियां

अमौली विकास खंड के गांव सराय धरमपुर निवासी शैलेंद्र उत्तम की आकृतियां देश-विदेश में चर्चा का विषय बन जाती हैं। वह अपनी नई कलाकृति के बारे में बताते हैं कि देश का दिल कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश को चर्चा में लाने की इच्छा हुई तो यह दर्पण बनाने में जुट गए। 20 जुलाई से 20 सितंबर तक के दो माह की अवधि में उन्होंने इसे बालू, सीमेंट और पत्थर के छोटे-छोटे टुकड़ों और एक खास केमिकल के प्रयोग से बनाया है।

तीर्थ स्थलों के साथ महापुरुषों को भी किया चित्रित

उत्तर प्रदेश दर्पण में बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर, आगरा के ताजमहल, अयोध्या के राममंदिर समेत कई स्थल दर्शाए गए हैं तो भगवान बुद्ध, रानी लक्ष्मीबाई, अटल बिहारी बाजपेयी, चंद्रशेखर आजाद, तुलसीदास भी चित्रित किए गए हैं। शैलेंद्र का दावा है कि उन्होंने 97,941 गांवों, 822 ब्लाक, 350 तहसीलों और 75 जिलों को भी समाहित किया है। अब वह उत्तर प्रदेश दर्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेंट करेंगे। सीएम कार्यालय से एक-दो दिन में इसके लिए समय दिया जाएगा।

गिनीज, लिम्का, इंडिया बुक में शैलेंद्र पा चुके शोहरत

शैलेंद्र ने वर्ष 2017 में 11 किलोग्राम गेहूं के दानों से एक रुपये का सिक्का तैयार किया था जिसने गिनीज, लिम्का और इंडिया बुक में नाम दर्ज कराया था। वर्ष 2018 में तीन क्विटंल 80 किलोग्राम अलसी के दानों से हमीरपुर जिले के राठ कस्बे के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वामी ब्रह्मानंद की प्रतिमा तैयार की थी। यह आकृति इंडिया बुक में दर्ज हुई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.