Banda Crime News पिता ने नाबालिग बेटी की लूटी आबरू, मुनीम और छोटे भाई को भी बेचने का आरोप
बांदा में एक पिता ने नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया। दो वर्ष पहले घाटमपुर के भट्ठे में ईंट पाथने जाने पर घटना हुई थी। आरोपित ने बेटी को छोटे भाई को भी बेचा है। मामा ने चंगुल से छुड़ाकर आरोपित माता-पिता को पकड़ा है।
बांदा, जागरण संवाददाता। करीबी रिश्ते के एक बार फिर शर्मसार हो गए। पिता ने शराब के नशे में नाबालिग बेटी के साथ जहां कई बार दुष्कर्म किया। वहीं पीड़िता का आरोप है कि पिता व अन्य स्वजन ने उसे ईंट भट्टे के वृद्ध मुनीम को बेंच दिया था।
इतना ही नहीं उसके छोटे भाई को भी चंद रुपये के लिए बेचा गया था। मामा मुनीम के चंगुल से छुड़ाकर दो वर्ष बाद लाए हैं। मामा व अन्य रिश्तेदारों ने आरोपित माता-पिता को पकड़ा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
छतरपुर मध्य प्रदेश के एक गांव निवासी 16 वर्षीय किशोरी को दो वर्ष पहले ताऊ व स्वजन के साथ घाटमपुर भट्ठे में ईंट पथाई के लिए ले गया था। उसका आरोप है कि पिता शराब के नशे में भट्ठे में बनी झोपड़ी में उसके साथ दुष्कर्म करता रहा है। रोने व मां से बताने पर वह भी पिता को कुछ कहती रही हैं। उस समय उसकी उम्र 14 वर्ष थी।
जबकि पिता उसकी दूसरे से शादी कर रहे थे। शादी से मना करने पर पिता ने उसे 60 हजार रुपये में हमीरपुर जनपद के पड़ोरी गांव निवासी वहां के 55 वर्षीय वृद्ध मुनीम को बेंच दिया था। जबकि उसके नौ वर्षीय भाई को जहानाबाद के दूसरे युवक को छह हजार रुपये में बेंचा था। दोनों को बेचने के बाद स्वजन वापस लौट आए थे। मुनीम उसे जबरन पत्नी की तरह मांग भरवाकर एक साल तक घाटमपुर में रखता रहा है।
इसके बाद वह हमीरपुर के अमौली गांव उसे ले गया था। आठ माह पहले वह अपने गांव ले गया है। दो वर्ष बाद किसी तरह नरैनी कस्बा क्षेत्र के एक गांव निवासी मामा का नंबर उसे पिता से चार दिन पहले मिला है। जिसमें उसने मामा से अपनी आप बीती बताई। मामा उसे शनिवार को हमीरपुर से चुपचाप निकालकर बांदा लाए हैं। बाद में यहां मामा व अन्य रिश्तेदारों ने अतर्रा चुंगी के एक किराये के मकान में रह रहे माता-पिता को पकड़ा है।
हालांकि पिता का कहना है कि उसके ऊपर दुष्कर्म व बेचने का गलत आरोप लगाया जाया रहा है। बड़े भाई ने दोनों बच्चों को बेंचा है। दोनों पक्ष में कहासुनी का दौर चल रहा है। विवाद की स्थिति बनी है। सूचना मिलने पर पुलिस ने पीड़िता के बयान लिए हैं। कोतवाली निरीक्षक श्यामबाबू शुक्ला ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच कराकर आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
भाई को सात हजार रुपये में छुड़वाया : पीड़ित बहन ने बताया कि भाई को बेचे जाने के बाद उसने किसी तरह सात हजार रुपये देकर एक साल बाद उसे छुड़वाया था। इससे भाई उसका बंधन मुक्त हो चुका है। वह अपने सभी आरोपित स्वजन व मुनीम आदि के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई चाहती है।