बेटे और बहुएं झगड़ते रहे और जमीन पर गिरे पड़े बूढ़े पिता की निकल गई जान
जमीन पर गिरे भगवानदीन की मौत हो चुकी थी और बेटे-बहू आपस झगड़ रहे थे किसी ने उनकी ओर ध्यान तक नहीं दिया।
कानपुर, जेएनएन। एक पिता के लिए सभी बेटे बराबर होते हैं लेकिन अक्सर बेटे अपने बूढ़े माता-पिता के जज़्बातों को नजअंदाज करते हैं। ऐसी घटना घाटमपुर के सजेती थाना क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर में सामने आई। सोमवार रात आपस में संपत्ति के लिए झगड़ रहे तीन बेटों की बातें एक बूढ़ा पिता बर्दाश्त नहीं कर पाया और बीच बचाव करते समय गिरकर दम तोड़ दिया। उनकी मौत के बाद भी बेटे अब एक दूसरे पर हत्या का अारोप लगा रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है।
मोहम्मदपुर गांव निवासी 75 वर्षीय भगवानदीन सोनकर के तीन बेटे है। दो बेटे मिश्रीलाल व रंजीत अलग मकान बना कर सपरिवार रहते हैं और वह खुद छोटे पुत्र जगजीत के परिवार के साथ पैतृक मकान में रहते थे। हाई बीपी समेत कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित भगवानदीन का इलाज जगजीत ही कराता था। इसपर भगवानदीन ने उसे अपने हिस्से की सवा बीघा खेत, एक भैंस व कुछ बकरियां दे दी थीं। कुछ दिन पहले भगवानदीन पत्नी के साथ बड़े पुत्र मिश्रीलाल व मंझले रंजीत के परिवार के साथ रहने लगे थे।
रविवार रात परिवार के एक प्लाट में मवेशी बांधने को लेकर तीनों भाइयों की पत्नियों के बीच विवाद हो गया। विवाद में भाई भी सामने आ गए और बेटों के बीच झगड़ा होते देखकर भगवानदीन भी पहुंच गए। आपस झगड़ रहे बेटों का बीच बचाव करने पर वह धक्का लगने से नीचे गिर गए और फिर उठे ही नहीं। जमीन पर गिरे भगवानदीन की मौत हो चुकी थी और बेटे-बहू आपस झगड़ रहे थे, किसी ने उनकी ओर ध्यान तक नहीं दिया। काफी देर बाद जब एक बेटे ने उन्हें उठाने का प्रयास किया लेकिन तबतक उनकी मौत हो चुकी थी।
पिता की मौत के बाद मिश्रीलाल, रंजीत व उसकी बहन ने छोटे भाई जगजीत पर पिता की हत्या का आरोप लगा पुलिस को सूचना दे दी। सजेती थानाध्यक्ष कोरियां, कुआंखेड़ा व नेयवेली चौकियों के पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की पड़ताल की। थानाध्यक्ष अमित मिश्र ने बताया कि प्रथमदृष्टया भाइयों के बीच हो रहे विवाद में बीच बचाव दौरान धक्का लगने से बीमार बुजुर्ग भगवानदीन की गिरकर मौत हुई है। उनके घुटने पर खरोंच के सिवा अन्य कोई जाहिरा चोट नही पाई गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।