फर्रुखाबाद में महिला वीडीओ ने विकास भवन में सफाई कर्मी को चप्पलों से धुना
छेड़छाड़ और उत्पीडऩ से परेशान महिला ग्राम पंचायत अधिकारी ने मंगलवार को विकास भवन में एक सफाई कर्मचारी को चप्पलों से धुना दिया। क्षुब्ध युवती ने जमकर गाली-गलौज किया और गंभीर आरोप भी लगाए। बाद में महिला ने एक उच्चाधिकारी से भी मौखिक शिकायत की
कानपुर, जेएनएन। छेड़छाड़ और उत्पीडऩ से परेशान महिला ग्राम पंचायत अधिकारी ने मंगलवार को विकास भवन में एक सफाई कर्मचारी को चप्पलों से धुना दिया। क्षुब्ध युवती ने जमकर गाली-गलौज किया और गंभीर आरोप भी लगाए। बाद में महिला ने एक उच्चाधिकारी से भी मौखिक शिकायत की। हालांकि मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं की गई है।
इसे प्रदेश सरकार की ओर से चल रहे मिशन शक्ति अभियान की सफलता ही कहा जाएगा कि काफी समय से उत्पीडऩ का शिकार रही एक महिला ग्राम पंचायत अधिकारी ने मंगलवार को हिम्मत दिखाई और आरोपित सफाई कर्मचारी की चप्पलों से धुनाई कर दी। क्रोध और क्षोभ के अतिरेक में युवती ने सफाई कर्मी से जमकर गालीगलौज किया और गंभीर आरोप भी लगाए। प्रकरण की जानकारी अधिकांश विभागीय कर्मचारियों को होने के चलते किसी ने बीच में बोलने की हिम्मत भी नहीं की। इतना ही नहीं बाद में युवती ने एक वरिष्ठ अधिकारी को फोन पर घटना के बारे में जानकारी भी दी। विकास भवन के कर्मचारियों के मुताबिक युवती लगातार उत्पीडऩ का शिकार होती रही है। कुछ अधिकारी भी उत्पीडऩ में शामिल हैं। इसी के चलते वह मानसिक रूप से परेशान भी रहती है। शुरू में वह ब्लाक बढ़पुर में तैनात रह चुकी है, लेकिन बाद में उसे मुख्यालय अटैच कर एक अधिकारी के कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
आरोपित सफाई कर्मी है अफसर का मुंह-लगा
विभागीय कर्मचारियों के अनुसार आरोपित सफाई कर्मी एक विभागीय अधिकारी का मुंह लगा है। इसी के चलते वह विकास भवन स्थित डीपीआरओ कार्यालय में बाबूगीरी करता दिखता है। यह हाल तब है जबकि उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेश के क्रम मे शासन और स्वयं जिलाधिकारी की ओर से सभी सफाई कर्मियों को तत्काल प्रभाव से उनको आवंटित ग्राम पंचायतों में सफाई कार्य करने के निर्देश दो माह पूर्व ही दिए जा चुके हैं।
सफाई कर्मी बंगलों पर कर रहे चाकरी
जनपद में लगभग आधा सैकड़ा सफाई कर्मी ग्राम पंचायतों में न जाकर अधिकारियों के बंगलों पर चाकरी कर रहे हैं। बड़े अधिकारियों के यहां तो पांच से छह तक सफाई कर्मी लगे हैं। कुछ विभिन्न कार्यालयों में बाबूगीरी या फाइलों की उठावा-धरी कर रहे हैं।
महिला कर्मियों के उत्पीडऩ के कई अड्डे
पंचायतराज विभाग में महिला कर्मियों के उत्पीडऩ की कहानी काफी लंबी है। अधिकारियों व कर्मचारियों का एक गुट महिलाओं के सुनियोजित उत्पीडऩ में सिद्धहस्त है। उन्होंने शहर की सीमा से सटे कई ग्रामों में अड्डे बना रखे हैं। इन्हीं में ग्राम मसेनी का एक गेस्ट हाउस और ग्राम चांदपुर का जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर भी है। डीपीआरसी के एक कमरे में आवासीय सुविधा भी उपलब्ध है। मंगलवार को यहां एक कमरे में एक परिवार भी रहता दिखा। विगत कई वर्षों से डीपीआरसी चोरी की बिजली पर चल रहा है।
इनका ये है कहना
जिला पंचायतराज अधिकारी अमित त्यागी ने बताया कि उत्पीडऩ की शिकायत गलत है। दोनों के बीच किसी बात पर पुराना मन-मुटाव था। मंगलवार को इसी बात पर कहा सुनी हो गई थी। दोनों को बैठा कर बात करा दी गई है। प्रकरण समाप्त हो गया है। उन्होंने बताया कि सभी सफाई कर्मियों को संबंधित ग्रामों के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है। आरोपित सफाई कर्मी शमसाबाद ब्लाक में तैनात है। दोपहर बाद वह कार्यालय आकर मदद कर देता है। महिला उत्पीडऩ के किसी मामले की जानकारी से उन्होंने इनकार किया।