खेती में किसान गोमूत्र ंव गोबर का करेंगे उपयोग
कृषि रा'यमंत्री बोले, मुख्यमंत्री ने इस कवायद के लिए सौंपी है जिम्मेदारी
जागरण संवाददाता, कानपुर : प्रदेश में किसान खेती में रासायनिक खाद का प्रयोग करने के बजाय जैविक खेती की ओर कदम बढ़ाएं, इसके लिए प्रदेश सरकार उनका पूरा साथ देगी। जल्द ही किसान जैविक खेती के लिए गोमूत्र व गाय का गोबर उपयोग कर सकेंगे। मंगलवार को ये बातें कृषि राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह ने कहीं। वह चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) में शुरू हुए एग्री इनपुट काक्लेव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे और पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने बताया अक्टूबर से प्रदेश सरकार किसानों को मुफ्त में चना, लाही व अलसी के बीज देगी। इसके अलावा किसानों की जो समस्याएं हैं उनका भी समाधान कराएगी। सीएसए में गेहूं व सब्जियों पर शोध के लिए बनने वाले सेंटर फॉर एक्सीलेंस को लेकर कहा कि बेहतर गुणंवत्ता की फसलें तैयार हो सकें, इसलिए मुख्यमंत्री ने सीएसए को इसके लिए चुना है।
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स्टाल पर ली बीज, आधुनिक मशीनों की जानकारी
कृषि राज्यमंत्री ने मंगलवार को सीएसए में काक्लेव कार्यक्रम के दौरान लगे स्टाल पर जाकर आधुनिक किस्म के बीज, मशीनों आदि की जानकारी ली। बोले किसान को हम जितना अधिक से अधिक नई तकनीकों पर आधारित करेंगे, उसे उतना ही लाभ होगा।
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बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए सरकार तैयार
सूबे के जिन क्षेत्रों में बाढ़ आई है, वहा किसान को जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई कैसे होगी? इस सवाल के जवाब में कृषि राज्य मंत्री ने जवाब दिया कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है।