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नमामि गंगे अभियान में होगी जैविक खेती : रणवेंद्र प्रताप

किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्हें जीरो बजट की खेती की ओर कदम बढ़ाने होंगे। इससे रासायनिक कीटनाशकों से सुरक्षा होने के साथ अनाज, सब्जी व फल की गुणवत्ता भी उच्चकोटि की होगी।

By Edited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 01:40 AM (IST)Updated: Wed, 17 Oct 2018 10:54 AM (IST)
नमामि गंगे अभियान में होगी जैविक खेती : रणवेंद्र प्रताप
नमामि गंगे अभियान में होगी जैविक खेती : रणवेंद्र प्रताप
जागरण संवाददाता, कानपुर : किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्हें जीरो बजट की खेती की ओर कदम बढ़ाने होंगे। इससे रासायनिक कीटनाशकों से सुरक्षा होने के साथ अनाज, सब्जी व फल की गुणवत्ता भी उच्चकोटि की होगी। नमामि गंगे के अभियान के तहत जैविक खेती के लिए क्लस्टर बनाए जाएंगे। इससे ग्राम पंचायतों को जोड़ा जाएगा। यह जानकारी चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के किसान मेला के समापन समारोह के दौरान प्रदेश के कृषि शिक्षा व कृषि राज्य मंत्री व मुख्य अतिथि रणवेंद्र प्रताप सिंह ने कहीं।
उन्होंने बताया कि नमामि गंगे स्वच्छता अभियान के तहत गंगा किनारे भागीदारी गारंटी प्रणाली के तहत जैविक प्रमाणीकरण के साथ क्लस्टर बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को आय दोगुनी करनी है तो गौ सेवा पर आधारित जीरो बजट की खेती से जुड़ना होगा। एक गाय से किसान 30 बीघा में देसी खेती कर सकते हैं। गोबर, गोमूत्र, गुड़, बेसन, मूंग, अरहर व पुरानी मिट्टी को पानी में मिलाकर ऐसा छिड़काव तैयार किया जाता है जो फसलों के लिए अमृत होता है।
उन्होंने स्वयं दो सौ लीटर पानी, दस किलो गोबर, पांच लीटर गोमूत्र, एक किलो गुड़, आधा किलो बेसन, मूंग, अरहर व पुरानी मिट्टी का जैव तरल पदार्थ का छिड़काव करके शानदार फसल प्राप्त की है। इस मौके पर कुलपति प्रो. सुशील सोलोमन, प्रसार निदेशालय निदेशक प्रो. धूम सिंह, प्रो. वेदरत्न व डा. नौशाद खान समेत शिक्षक व छात्र मौजूद रहे।
किसान मेला में खास बातें
-किसान मेला में एक करोड़ के बीज बिके।
कानपुर देहात के सुनील यादव की 25 लीटर दूध देने वाली भैंस को सर्वश्रेष्ठ पशु का पुरस्कार मिला
- दुधारू गाय में पहला पुरस्कार सीएसए के राकेश को मिला।
- प्रदर्शनी के स्टॉल में निदेशालय बीज एवं प्रक्षेत्र व भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान अव्वल।  
टिकट खरीद किया बिक्री काउंटर का शुभारंभ
छत्रपति शिवाजी के जीवन पर आधारित नाटक जाणता राजा, सभी को देखना चाहिए। यह ऐसा नाटक है, जिससे जीवन को प्रेरणा मिलती है। छत्रपति शिवाजी के जीवन से जुड़े आदर्शो की जानकारी होती है, इसे हमें आत्मसात भी करना चाहिए। मंगलवार को ये बातें कृषि राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह ने कहीं। वह चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (सीएसए) के स्टेडियम में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर खुद जाणता राजा का टिकट लेकर टिकट बिक्री केंद्र का शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने स्टेडियम में होने वाले इस नाटक में आने की भी बात कही।
जाणता राजा महानाट्य आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ.उमेश पालीवाल ने बताया कि 20 से 25 अक्टूबर तक होने वाले इस नाटक के लिए पिछले एक साल से तैयारी चल रही है। सह संयोजक नीतू सिंह ने कहा कि महानगर के विद्यालय अगर 200 रुपये का का टिकट 100 की संख्या में लेते हैं, तो उन्हें 20 फीसद की छूट मिलेगी। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख अनिल ओक, प्रांत प्रचारक संजय, भवानीभीख, श्रीराम, स्वतंत्र अग्रवाल, डॉ.अंगद सिंह, संजीव पाठक, अंशू सिंह सेंगर आदि मौजूद रहे।

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