फर्जी आइबी अधिकारी बन नौकरी के नाम पर 72 लाख रुपये ठगने वाला गिरफ्तार
युवकों को मुंबई में ट्रेनिंग कराकर दे दिया था फर्जी नियुक्ति पत्र लखनऊ एसटीएफ ने पकड़ा मुंबई के आया था फिर किसी को ठगने।
By AbhishekEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 11:42 PM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2019 09:14 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। शहर के आसपास के जिलों के युवकों को आइबी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले जालौन के रामपुरा राजेंद्रनगर निवासी आकाश गुप्ता को लखनऊ एसटीएफ ने गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया। उसने छह युवकों से नौकरी के नाम पर 72 लाख रुपये ठगे थे। उसके खिलाफ जूही थाने में मामला दर्ज है। एसटीएफ ने उसके खाते की रकम सीज कर दी। आजकल वह पत्नी के साथ मुंबई में बार में गाना गाने का काम कर रहा था।
जूही थाने में दस दिसंबर को नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम निवासी सभाजीत ने जूही थाने में आकाश गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। सीओ एसटीएफ पीके मिश्र ने बताया कि आकाश की कई दिनों से तलाश थी। पीडि़तों के बताए नंबर से ट्रेस करने पर पता चला कि आकाश गुरुवार को मुंबई से एक युवक से नियुक्ति के नाम पर पैसा लेने कानपुर आ रहा है। जूही पुलिस संग घेराबंदी कर उसे पकड़ा गया।
उसने फतेहपुर अमौली निवासी वीरेंद्र कुमार, अमित कुमार, वीरेंद्र प्रताप सिंह, शशिकांत, जयचंद्र और सौरभ पांडेय से जून 2017 में 72 लाख रुपया नौकरी के नाम पर लिया। इसके बाद दिसंबर 2017 में इन्हें मुंबई में कोलाबा स्थित एक प्राइवेट नेवल एकेडमी संस्थान में 18 दिन ट्रेनिंग कराई। सभी को जागेश्वरी स्थित गेस्ट हाउस में 25 दिनों तक ठहराया। इसके बाद इन्हें फर्जी नियुक्त पत्र देकर वापस भेज दिया और मोबाइल बंद कर लापता हो गया।
इनका ये है कहना
फर्जी आइबी अधिकारी बनकर ठगी करने वाले आकाश गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। अब तक छह लोगों से ठगी की बात सामने आई है। अन्य लोगों से भी ठगी की आशंका पर जांच की जा रही है।
अभिषेक सिंह, एसएसपी एसटीएफ
जूही थाने में दस दिसंबर को नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम निवासी सभाजीत ने जूही थाने में आकाश गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। सीओ एसटीएफ पीके मिश्र ने बताया कि आकाश की कई दिनों से तलाश थी। पीडि़तों के बताए नंबर से ट्रेस करने पर पता चला कि आकाश गुरुवार को मुंबई से एक युवक से नियुक्ति के नाम पर पैसा लेने कानपुर आ रहा है। जूही पुलिस संग घेराबंदी कर उसे पकड़ा गया।
उसने फतेहपुर अमौली निवासी वीरेंद्र कुमार, अमित कुमार, वीरेंद्र प्रताप सिंह, शशिकांत, जयचंद्र और सौरभ पांडेय से जून 2017 में 72 लाख रुपया नौकरी के नाम पर लिया। इसके बाद दिसंबर 2017 में इन्हें मुंबई में कोलाबा स्थित एक प्राइवेट नेवल एकेडमी संस्थान में 18 दिन ट्रेनिंग कराई। सभी को जागेश्वरी स्थित गेस्ट हाउस में 25 दिनों तक ठहराया। इसके बाद इन्हें फर्जी नियुक्त पत्र देकर वापस भेज दिया और मोबाइल बंद कर लापता हो गया।
इनका ये है कहना
फर्जी आइबी अधिकारी बनकर ठगी करने वाले आकाश गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। अब तक छह लोगों से ठगी की बात सामने आई है। अन्य लोगों से भी ठगी की आशंका पर जांच की जा रही है।
अभिषेक सिंह, एसएसपी एसटीएफ
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