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कानपुर से रुका रोजाना 125 टन प्याज का निर्यात, नौबस्ता मंडी में खरीदें 32 रुपये किलो Kanpur News

शनिवार तक नेपाल के लिए रवाना हुए पांच ट्रक सोमवार से रवानगी रुकी अभी बांग्लादेश नहीं जा रहा है प्याज।

By AbhishekEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 11:31 PM (IST)Updated: Tue, 01 Oct 2019 08:18 AM (IST)
कानपुर से रुका रोजाना 125 टन प्याज का निर्यात, नौबस्ता मंडी में खरीदें 32 रुपये किलो Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। प्याज निर्यात पर केंद्र सरकार के प्रतिबंध के बाद कानपुर से रोजाना होने वाला 125 टन प्याज का निर्यात रुक गया है। शनिवार को कानपुर से प्याज के पांच ट्रक नेपाल रवाना हुए थे। रविवार को प्रतिबंध लगाते ही सोमवार से माल की रवानगी रोक दी गई। इस समय नेपाल सीमा पर कानपुर के 10 ट्रक खड़े हैं जिनमें 250 टन प्याज है। फिलहाल बांग्लादेश को निर्यात न होने से थोड़ी राहत है। वहां कानपुर से रोज 300 टन प्याज निर्यात होता है।

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नेपाल प्याज भेजने का कानपुर बड़ा केंद्र है। कानपुर से रोज पांच ट्रक प्याज नेपाल जाता है। एक ट्रक में करीब 25 टन प्याज आता है। रविवार को चकरपुर सब्जी मंडी बंद थी। सोमवार सुबह से जो माल भेजा जाना था, उसे रोक दिया गया। कारोबारियों के मुताबिक सामान्य तौर पर दो दिन में ट्रक नेपाल बार्डर पार कर जाता है, मगर कभी-कभी चार से पांच दिन भी लग जाते हैं।

बार्डर के करीबी जिलों में बिकेगा प्याज

कानपुर से नेपाल के लिए सौनोली, रक्सौल, सिलीगुड़ी, जनकपुर बॉर्डर से होते हुए ट्रक जाते हैं। इन बॉर्डर पर जो ट्रक जहां खड़े हैं कारोबारी उनमें लदा प्याज उसी के आसपास के जिलों में बेचने के प्रयास करते हैं क्योंकि वापस लाने में भाड़ा बहुत ज्यादा लगेगा।

फरवरी से जून बांग्लादेश भी जाता प्याज

बांग्लादेश में रोज 300 टन से ज्यादा प्याज जाता है लेकिन कानपुर से यह निर्यात फरवरी से जून के बीच होता है, वह भो छोटे गोल प्याज का।

चीन कब्जा कर लेगा बाजार

कारोबारियों को डर है कि प्याज पर निर्यात प्रतिबंध लगा रहा तो नेपाल के बाजार पर चीन कब्जा कर लेगा। अभी लहसुन की कीमतें बढ़ते ही नेपाल ने चीन से लहसुन लेना शुरू कर दिया है।

इनका ये है कहना

इस समय महाराष्ट्र से सामान्य तौर पर 20 ट्रक प्याज रोज आ रहा है। पिछले सोमवार को जरूर 70 ट्रक आए थे, उसके बाद फिर वही स्थिति हो गई। जो प्याज नेपाल के रास्ते में है, उसमें कारोबारियों को खासा नुकसान सहना पड़ेगा क्योंकि ट्रक का भाड़ा बढ़ेगा और उन्हें मजबूरी में कम कीमत पर बेचना पड़ेगा।

- हरीशंकर गुप्ता, प्याज के थोक कारोबारी।

बेचा जा रहा 32 रुपये किलो में प्याज

प्याज की कीमतों पर नियंत्रण पाने के लिए नौबस्ता गल्ला मंडी में 32 रुपये किलो प्याज की बिक्री शुरू हो गई है। सोमवार को मंडी के गेट पर ही इसके लिए स्टाल लग गए हैं। पहले दिन 220 किलो प्याज बिका। मंडी सचिव सत्यपाल गंगवार ने बताया कि सोमवार को पहला दिन था। आगे बिक्री बढ़ेगी। एक व्यक्ति को पांच किलो से ज्यादा प्याज नहीं दिया जाएगा।  


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