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सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की समय सीमा निर्धारित

मंडलायुक्त ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ की बैठक - केडीए की 95 नगर निगम की 125

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 06:41 AM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 06:41 AM (IST)
सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की समय सीमा निर्धारित

जागरण संवाददाता, कानपुर : टूटी सड़कें शहरवासियों के लिए मुसीबत बन रहीं हैं। गड्ढों से उड़ने वाली धूल प्रदूषण का कारण बन रही है। मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने विभिन्न विभागों के अफसरों के साथ बैठक की और सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए तिथि का निर्धारण किया। निर्धारित अवधि में ही सड़कों को गड्ढा मुक्त करना होगा।

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लोनिवि के मुख्य अभियंता दिवाकर शुक्ला ने उन्हें बताया कि 36 सड़कों में से 25 गढ्डा मुक्त हो चुकीं हैं। दो सड़कें निर्माणाधीन हैं। शेष नौ सड़कों को 25 अक्टूबर तक गड्ढामुक्त कर दिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों को 10 नवंबर तक गड्डा मुक्त किया जाएगा। नगर निगम की कुल 1219 सड़कें हैं, जिनमें 125 सड़कों का पैचवर्क होना है। मंडलायुक्त ने कहा कि इन सड़कों को जल्द से जल्द गड्ढा मुक्त करें।

उन्हें बताया गया कि 98 सड़कों को 20 नवंबर तक व 27 सड़कों को 30 नवंबर तक गड्ढा मुक्त कर दिया जाएगा। केडीए की 95 सड़कें हैं जो 31 अक्टूबर तक गड्डा मुक्त कर दी जाएंगी। एनएचएआइ की चार सड़कें हैं इनमें से तीन के गढ्डे भरे जा चुके हैं। रामादेवी से जाजमऊ तक की सड़क को दो दिनों में पूर्ण करने का आदेश मंडलायुक्त ने दिया। यूपीसीडा के चकेरी औद्योगिक क्षेत्र की 34 सड़कों की मरम्मत होना है। इन सड़कों को 31 मार्च तक बना दिया जाएगा। एनएच पीडब्ल्यूडी की 18 में से 10 सड़कों को चार दिन में गड्ढा मुक्त करने का निर्णय लिया गया। मंडलायुक्त ने कहा कि वे 17 अक्टूबर को रामादेवी से जाजमऊ तक हाईवे का निरीक्षण करेंगे। इससे पहले ही सड़क के गड्ढे भर दिए जाएं। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही न हो, क्योंकि मंडल स्तरीय 10 अधिकारियों की टीम मरम्मत कार्य का सत्यापन करेगी। सत्यापन में कहीं गड़बड़ी मिली तो दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।

मंधना चौराहे पर बनेंगे तीन डिवाइडर, खत्म होगा जाम : जासं, कानपुर : चौबेपुर व शिवराजपुर में औद्योगिक इकाइयां होने से जीटी रोड पर यातायात का दबाव रहता है। इससे मंधना चौराहे पर सुबह और शाम के समय आए दिन जाम लगता है। इस समस्या से निजात के लिए एसपी ट्रैफिक ने मंधना चौराहे पर तीन डिवाइडर बनाने का फैसला लिया है। मंधना से शिवराजपुर के बीच करीब चार सौ औद्योगिक इकाइयां है। वहां काम करने वाले हजारों कर्मचारियों का मंधना चौराहे से होकर आना जाना होता है।

संकरा रास्ता होने से होती मुसीबत

मंधना चौकी के पास से आबादी क्षेत्र शुरू हो जाता है, जिससे यहां सड़क संकरी है। इसी रास्ते से करीब 40 हजार वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं। वहीं चौराहे के पास दुकानदारों का अतिक्रमण है।

चौराहे पर तीन ओर बनेंगे डिवाइडर

एसपी ट्रैफिक ने जाम की समस्या को दूर करने के लिए मंधना चौराहे पर तीन ओर 50-50 मीटर के डिवाइडर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है। एक डिवाइडर चौबेपुर की ओर, दूसरा बैराज मार्ग व तीसरा कल्याणपुर की ओर बनेगा।

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डिवाइडर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यातायात माह से पूर्व यहां काम शुरू कराने का प्रयास होगा। फिलहाल यहां टीएसआइ और दो ट्रैफिक सिपाहियों की ड्यूटी लगाई गई है।

बसंत लाल, एसपी ट्रैफिक


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