समाजवादी पार्टी को छोडऩे की तैयारी में लगे पूर्व सांसद राकेश सचान भी अखिलेश यादव पर बरसे
फतेहपुर से समाजवादी पार्टी से सांसद रहे राकेश सचान सपा और बसपा के बीच हुए गठजोड़ से काफी खफा हैं। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला है।
By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 25 Feb 2019 09:41 AM (IST)Updated: Mon, 25 Feb 2019 11:01 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन से सिर्फ पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ही खफा नहीं है। अब तो और लोग भी सामने आने लगे हैं। पार्टी से सांसद रहे राकेश सचान अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस फैसले से इतना नाराज हैं कि वह तो पार्टी छोडऩे की तैयारी में हैं।
फतेहपुर से समाजवादी पार्टी से सांसद रहे राकेश सचान सपा और बसपा के बीच हुए गठजोड़ से काफी खफा हैं। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला है और कहा कि अखिलेश ने गठबंधन करके समाजवादी पार्टी को लगभग समाप्त कर दिया। माना जा रहा है कि राकेश सचान कांग्रेस का दामन थामेंगे। कल ही समर्थकों के साथ दिल्ली में थे, लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के दिल्ली में न होने की वजह से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी।
पूर्व सांसद राकेश सचान समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी नेताओं में से एक हैं। कुर्मी वोट बैंक पर उनका खासा प्रभाव है। राकेश सचान घाटमपुर विधानसभा सीट से 1993 व 2002 में विधायक बने थे। 2009 के लोकसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने उन्हें फतेहपुर प्रत्याशी बनाया और जीतकर संसद भी पहुंचे। 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी की लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
फतेहपुर से समाजवादी पार्टी से सांसद रहे राकेश सचान सपा और बसपा के बीच हुए गठजोड़ से काफी खफा हैं। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला है और कहा कि अखिलेश ने गठबंधन करके समाजवादी पार्टी को लगभग समाप्त कर दिया। माना जा रहा है कि राकेश सचान कांग्रेस का दामन थामेंगे। कल ही समर्थकों के साथ दिल्ली में थे, लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के दिल्ली में न होने की वजह से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी।
पूर्व सांसद राकेश सचान समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी नेताओं में से एक हैं। कुर्मी वोट बैंक पर उनका खासा प्रभाव है। राकेश सचान घाटमपुर विधानसभा सीट से 1993 व 2002 में विधायक बने थे। 2009 के लोकसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने उन्हें फतेहपुर प्रत्याशी बनाया और जीतकर संसद भी पहुंचे। 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी की लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
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