छात्रवृत्ति घोटाले में हाथरस के पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी गिरफ्तार Kanpur News
आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने सिकंदराराऊ में पकड़ा कोर्ट ने जेल भेज दिया है।
कानपुर, जेएनएन। छह वर्ष पूर्व हाथरस में हुए छात्रवृत्ति घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) कानपुर इकाई ने रविवार को तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी वीरेंद्र पाल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोप है कि उन्होंने विद्यालय प्रबंधक व प्रधानाचार्य से मिलकर फर्जी छात्र संख्या दिखाई और 1.52 करोड़ रुपये छात्रवृत्ति हड़प ली। टीम अब अन्य आरोपितों की तलाश कर रही है।
ईओडब्ल्यू के एसपी बाबूराम के मुताबिक वर्ष 2012-13 में हाथरस के ठाकुर राजपाल सिंह इंटर कॉलेज कपसिया के प्रबंधक धर्मवीर सिंह, प्रधानाचार्य आशीष पुंडीर, सहायक अध्यापक आदर्श पुंडीर, शांतिदेवी राजपाल जनकल्याण शिक्षा समिति की अध्यक्ष बृजेश कुमारी और तत्कालीन प्रभारी अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वीरेंद्र पाल सिंह पर छात्रों की फर्जी सूची व अभिलेख के जरिये एक करोड़ 52 लाख 45 हजार रुपये गबन करने का आरोप लगा था।
वीरेंद्र पाल सिंह उस वक्त जिला समाज कल्याण अधिकारी थे, जो अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का प्रभार देख रहे थे। आरोप है कि आरोपितों ने 50 छात्रों की जगह 720 छात्रों की फर्जी सूची व अभिलेख शासन को भेजे थे। उनके बाद कार्यभार संभालने वाले समाज कल्याण अधिकारी शिवकुमार ने 11 दिसंबर 2013 को सिकंदराराऊ थाने में धोखाधड़ी, जालसाजी, सरकारी पद पर रहते हुए विश्वासघात करने, साजिश रचने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
शासन के निर्देश पर मुकदमे की जांच आर्थिक अपराध शाखा को दी गई थी। एसपी ने बताया कि विवेचना के दौरान जनकल्याण समिति का अस्तित्व ही नहीं मिला। छात्रों के नाम व पते भी फर्जी निकले। रविवार सुबह टीम ने हाथरस के सिकंदराराऊ से तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी वीपी सिंह को गिरफ्तार कर लिया। टीम में इंस्पेक्टर शिवप्रसाद दुबे, लालता प्रसाद साहू, हेड कांस्टेबिल हीरा सिंह शामिल रहे।
सेवानिवृत होने के बाद देहरादून में रह रहा था आरोपित
एसपी ने बताया कि पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी तीन वर्ष पूर्व सेवानिवृत हो चुके हैं। मूलरूप से सहारनपुर के मंडी थाना अंतर्गत धोबीघाट के रहने वाले वीरेंद्र पाल सिंह इन दिनों देहरादून में परिवार समेत रह रहे थे। टीम ने उसके रिश्तेदारों से लोकेशन का पता लगाया।
66 स्कूलों में फर्जीवाड़े की जांच जारी
जिला समाज कल्याण अधिकारी के पद पर रहते हुए वीरेंद्र पाल सिंह ने कई बड़े घोटाले किए थे। उनके खिलाफ वर्ष 2015 व 2016 में हाथरस में ही दो और मुकदमे दर्ज हुए थे। इसमें 66 स्कूलों में छात्रवृत्ति के मद में आए करीब 32 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। एसपी ने बताया कि दोनों मुकदमों की जांच भी की जा रही है। जल्द ही विवेचना पूरी कर कार्रवाई की जाएगी।