विश्वविद्यालय का फरमान बचाएगा लोगों की जान, नहीं माना तो प्रवेश पर होगी रोक
अधिकारियों ने आने वाले वाहन सवारों को गुलाब देकर समझाया, अब हेलमेट व सीट बेल्ट लगाने पर ही विश्वविद्यालय में प्रवेश मिलेगा।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। छात्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में जारी फरमान अब लोगों की जान बचाएगा। गुरुवार को विवि के प्रशासनिक अफसरों ने मेन गेट पर खड़े होकर हर आने वाहन सवार को गुलाब का फूल देकर समझाया और चेतावनी दी कि नफरमानी करने पर विवि में प्रवेश रोक दिया जाएगा। इस पहल को सभी लोगों ने सराहा और उसपर अमल करने की अपील भी की।
हेलमेट और सीट बेल्ट लगाकर आने पर ही मिलेगा प्रवेश
ज्यादातर सड़क हादसे यातयात सुरक्षा के मानकों की अनदेखी से होते हैं। हेलमेट न लगाने से दोपहिया वाहन सवार और सीट बेल्ट बांधने में लापरवाही पर चार पहिया वाहन सवारों की हादसों में जान चली जाती है। हादसे में सुरक्षा के नजरिये से छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में दोपहिया वाहन सवारों के लिए हेलमेट व चार पहिया वाहन सवारों के लिए सीट बेल्ट लगाकर आना अनिवार्य किया गया है। कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह की ओर से बुधवार को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। छात्र-छात्राएं बिना हेलमेट लगाए आते हैं तो उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
गुलाब का फूल देकर छात्र-छात्राओं को समझाया
गुरुवार सुबह ही प्रशाशनिक अफसर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार खड़े हो गए। वाहनों पर आए कई ऐसे छात्र-छात्राएं मिले जो हेलमेट नहीं लागये थे। पहले उनसे हेलमेट न लगाने का कारण पूछा और फिर गुलाब देते हुए चेतावनी दी कि अब हेलमेट लगाकर ही कैम्पस में आएं वरना प्रवेश नहीं मिलेगा। वहीं चार पहिया वाहन सवारों को सीट बेल्ट लगाकर आने की चेतावनी दी। अचानक जांच पर कुछ छात्र-छात्राओं ने नाराजगी भी जताई।
छात्राओं को मुंह पर कपड़ा बांधकर आने से रोका
गेट पर प्रशासनिक अफसरों ने छात्राओं से मुंह पर कपड़ा बांधकर आने का कारण पूछा। डीन एकेडमिक प्रो. संजय स्वर्णकार ने कई छात्राओं से पूछा कि वह मुंह पर कपड़ा बांधकर क्यों आती हैं। इसपर छात्राओं ने धूल से बचने के लिए कपड़ा बांधने की बात कही। इसपर उनसे कहा गया कि वह जब विवि परिसर में आएं तो चेहरे पर कपड़ा न बांधें। इस फरमान से कुछ छात्राओं ने तीखा आक्रोश भी जताया।