शहर डेंगू की चपेट में शहर, इंजीनियर एवं शिक्षक के बेटों की मौत, लिपिक का परिवार बीमार Kanpur News
थानेदार एवं क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर को डेंगू होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कानपुर, जेएनएन। शहर में डेंगू अब और जानलेवा हो गया है। नर्सिंग होम में भर्ती जूनियर इंजीनियर (जेई) एवं शिक्षक के बेटों ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। वहीं डेंगू की पुष्टि होने पर थानेदार, क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अस्पताल में भर्ती। सीआरके दफ्तर में तैनात बाबू का पूरा परिवार डेंगू की चपेट में आ गया है।
केशव नगर निवासी जेई के 13 वर्षीय पुत्र को कई दिनों से बुखार आ रहा था। उसे पहले साकेत नगर स्थित नर्सिंग होम में भर्ती कराया। हालत में सुधार न होने पर दो दिन पहले सर्वोदय नगर स्थित बड़े नर्सिंग होम में भर्ती कराया। परिजनों के मुताबिक बच्चे को डेंगू था। रविवार को उसके प्लेटलेट्स काउंट 1.25 लाख थे। सोमवार को जांच कराने पर प्लेटलेट्स काउंट घट कर 10 हजार पहुंच गए, जिससे उसकी हालत बिगड़ती चली गई। मंगलवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। उधर, आर्य नगर निवासी प्राइवेट स्कूल में शिक्षक के 16 वर्षीय पुत्र को एक सप्ताह से बुखार था। जांच में डेंगू की पुष्टि होने पर चार दिन पहले हर्ष नगर स्थित नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। मंगलवार सुबह उसे सर्वोदय नगर स्थित नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
थानेदार समेत नौ को डेंगू
पुलिस कॉलोनी, एसपी ऑफिस एवं थानों में भी डेंगू का खौफ है। डेंगू की चपेट में आए थानेदार अस्पताल में भर्ती हैं। एसपी ग्र्रामीण दफ्तर के एक बाबू और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर में भी दो दिन पहले डेंगू की पुष्टि हुई है। उन्हें भी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। एसएसपी दफ्तर के ठीक पीछे बनी पुलिस कॉलोनी निवासी सीआरके दफ्तर के बाबू, उनकी पत्नी, बेटी और बेटा डेंगू की चपेट में हैं। यहां रह रहे कानपुर देहात में तैनात दारोगा की पत्नी को कई दिनों से बुखार है। इस कॉलोनी में डेंगू की पहली पुष्टि रायबरेली जिले के एक दारोगा की पत्नी में हुईं। उनका नर्सिंग होम में इलाज चल रहा है। आज तक उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ है।
सीजीएचएस दरों पर इलाज करा रहे अधिकारी
एसपी ग्र्रामीण प्रद्युम्न सिंह ने बताया कि बीमार पुलिसकर्मियों व उनके परिजनों का केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) की दरों पर इलाज कराया जा रहा है। शहर के 16 अस्पतालों से करार किया गया है। जिससे सस्ती दरों पर उन्हें बेहतर इलाज मुहैया हो सके।