नौकरी हासिल करने में कौन है आगे, कानपुर में सेवायोजन कार्यालय के डाटा से सामने आई हकीकत
सेवायोजन कार्यालय ने सात वर्षों की रिपोर्ट में वर्ष 2017 में 12 और वर्ष 2020 में 18 मेला आयोजित किए हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं से छह गुना ज्यादा पुरुषों ने नौकरियां हासिल की है। साक्षात्कार में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है।
कानपुर, समीर दीक्षित। हर युवा चाहता है, कि उसकी पढ़ाई जैसे ही पूरी हो उसे रोजगार मिल जाए। शहर में युवकों में युवतियों से ज्यादा रोजगार पाने की चाह है। सेवायोजन कार्यालय के सर्वे में चौंकाने वाली बात सामने आई है। यह रिपोर्ट वर्ष 2017 में 12 और वर्ष 2020 में 18 रोजगार मेला पर आधारित है।
प्रादेशिक सेवायोजन कार्यालय की ओर से युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए हर माह औसतन दो से तीन रोजगार मेला भी आयोजित होते हैं। कार्यालय की ओर से पिछले सात वर्षों की जो रोजगार संबंधी रिपोर्ट तैयार कराई गई, उससे यह हकीकत सामने आइ की नौकरी हासिल करने में पुरुष, महिलाओं से छह गुना आगे हैं। सात वर्षों में जहां कुल 25068 पुरुष अभ्यर्थियों को नौकरी मिली तो वहीं महिला अभ्यर्थियों की संख्या 4450 ही रह गई। वर्ष 2014 से लेकर 2020 तक के आंकड़ों पर नजर फेरें तो करीब-करीब हर मेला में ही पुरुषों ने महिलाओं से छह गुना अधिक संख्या में नौकरी झटकी है।
एक नजर आंकड़ों पर
वर्ष : मेला : चयन : पुरुष : महिला
2014 :34 :4876 :4027 :849
2015 41 4109 3327 782
2016 20 5329 4688 641
2017 12 3415 3133 618
2018 21 4859 4234 625
2019 19 3324 2839 485
2020 18 3270 2820 450
साक्षात्कार के दौरान प्रदर्शन नहीं रहता बेहतर
प्रादेशिक सेवायोजन कार्यालय के अफसरों ने बताया कि साक्षात्कार के दौरान महिला अभ्यर्थियों का प्रदर्शन बेहतर नहीं होता। इसके अलावा कई महिला अभ्यर्थी सुरक्षा व अन्य कारणों से नौकरी नहीं करती हैं।
- कार्यालय की कोशिश होती है, कि पुरुष अभ्यर्थी हो या फिर महिला। सभी को नौकरी मिलनी चाहिए। जहां जो कमियां होती हैं, वह भी बताई जाती हैं। -एसपी द्विवेदी, सहायक निदेशक, प्रादेशिक सेवायोजन कार्यालय