ऊर्जा मंत्री जी! आदेश पर नहीं हो रहा अमल, दर-दर की ठोकरें खा रहे बिजली उपभोक्ता
लॉकडाउन के बाद अचानक हजारों में बिल आने से उपभोक्ताओं की समस्या को देखते हुए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने विद्युत अफसरों को प्राथमिकता से शिकायत निस्तारण के दिशा निर्देश दिए थे। बिल ठीक कराने के लिए उपभोक्ता भटक रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बिजली बिल में गड़बडिय़ों को तत्काल ठीक करके उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने का आदेश जारी किया हो लेकिन अफसरों पर उसका कोई असर नहीं है। अधिक बिल आने समेत अन्य गड़बड़ियों को ठीक कराने के लिए उपभोक्ता दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। यह बताने के लिए निम्न दो केस बानगी मात्र हैं...।
- केस-1 : नौ नंबर क्रांसिंग के एक अपार्टमेंट में रहने वाले पॉलीटेक्निक के प्लेसमेंट अधिकारी का एक महीने का बिजली बिल 78 हजार रुपये आया। इससे पहले उनका औसत बिल दो हजार रुपये आता था।
- केस-2 : विश्व बैंक बर्रा के जगदीश प्रसाद का पिछले तीन महीने से 2200 रुपये प्रतिमाह बिल आ रहा है। वह मीटर बदलवाने का शुल्क जमा कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। कई बार शिकायत के बाद अब उन्होंने ऊर्जा मंत्री को ट्वीट किया है।
उपरोक्त इसी तरह की अन्य गलतियों को ठीक कराने के लिए उपभोक्ता भटक रहे हैं। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बिजली बिल में हो रही गड़बडिय़ों को तत्काल ठीक करने के निर्देश दिए थे। गलत बिलिंग पर संबंधित एजेंसी पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए भी कहा था, लेकिन इसका असर नहीं हुआ। वर्तमान में हालात ये हैं कि उपभोक्ताओं के बाद लगातार गड़बड़ बिल पहुंच रहे हैं। शिकायत पर सुनवाई भी नहीं हो रही है। उपभोक्ता धीरेंद्र सिंह ने गलत बिल बनाए जाने की शिकायत ऊर्जा मंत्री से की है। वहीं उपभोक्ता विक्रांत श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले पांच दिन से प्रीपेड मीटर रीचार्ज नहीं हो रहा है। कॉल सेंटर से भी कोई सहायता नहीं मिल रही।
- -जिन उपभोक्ताओं के बिल गड़बड़ आ रहे हैं या अन्य शिकायतें हैं। वे रविवार को केस्को के सभी डिवीजनों में लगने वाले कैंप में पहुंचकर समस्याएं हल करा सकते हैं। -चंद्रशेखर, मीडिया प्रभारी केस्को