दिसंबर से शुरू हो जाएगा इलेक्ट्रिक मेमू शेड, ट्रेनों को वाशिंग व रिपेयरिंग के लिए नहीं भेजना पड़ेगा बाहर
मंडल रेल प्रबंधक ने निरीक्षण कर काम में तेजी लाने के दिए निर्देश गार्ड लॉबी में कोविड प्रोटोकाल की अनदेखी पर जताई नाराजगी।
कानपुर, जेएनएन। इलेक्ट्रिक मेमू शेड का काम दिसंबर से पहले खत्म कर लिया जाए ताकि दिसंबर से यह पूरी तरह काम करने लगे। शुक्रवार को उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) अमिताभ ने निरीक्षण के दौरान यह दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए। बता दें यहां अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेमू शेड का निर्माण कार्य चल रहा है। इसका काम पूरा होते ही मेमू ट्रेनों को वाङ्क्षशग और रिपेयङ्क्षरग के लिए बाहर नहीं जाना होगा।
डीआरएम निरीक्षण के दौरान लोको अस्पताल पहुंचे। लोको अस्पताल को उच्चीकृत करते हुए नए चेंबर्स और नई ओपीडी बनाई गई है। डीआरएम ने अस्पताल का निरीक्षण करने के साथ ही उद्घाटन भी किया। गैर कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज करने के निर्देश सीएमएस को दिए। जगह-जगह पड़े पुराने स्क्रैप को देख उन्होंने नाराजगी जताई। अनवरगंज में चल रहे आइसोलेशन सेंटर के बाबत जानकारी भी सीएमएस से ली। साथ ही सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए।
यहां से डीआरएम जूही कोयला साइङ्क्षडग में बन रहे नए लोङ्क्षडग प्वाइंट को देखने पहुंचे। काम की रफ्तार बढ़ाकर अक्टूबर से इसे शुरू करने के निर्देश दिए। डीआरएम ने मॉनीटङ्क्षरग की जिम्मेदारी डिप्टी सीटीएम हिमांशु शेखर उपाध्याय को सौंपी। सेंट्रल स्टेशन का निरीक्षण करते हुए वह गार्ड लॉबी पहुंचे तो यहां कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न होते देख नाराजगी व्यक्त की, जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने मास्क लगाए। प्लेटफार्म नंबर दो पर चल रहे निर्माण कार्य को उन्होंने देखा। यहां फैली निर्माण सामग्री हटाने और सतह सही करने के लिए पैचवर्क के निर्देश इंजीनियङ्क्षरग विभाग को दिए।