शीत लहर में बुजुर्ग बेहाल, चार की थमी सांसें
कड़ाके की सर्दी के साथ शीत लहर से बुजुर्ग बेहाल हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कड़ाके की सर्दी के साथ शीत लहर से बुजुर्ग बेहाल हैं। धूप भी बेअसर साबित हो रही है, हाड़कपाने वाली सर्दी से दिल-दिमाग के पीड़ितों का जीवन दुभर हो गया है। रविवार को हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से चार बुजुर्गों ने दम तोड़ दिया। उसमें तीन पुरुष व एक महिला हैं। दो की मौत एलएलआर अस्पताल की इमरजेंसी में हुई है, जबकि दो ने निजी अस्पताल में दम तोड़ा है।
पांडु नगर निवासी 65 वर्षीय त्रिभुवन सिंह रविवार सुबह पांच बजे शौच के लिए गए थे। लौटने के बाद सीने में दर्द की शिकायत करते हुए बेसुध हो गए। उन्हें स्वजन निजी अस्पताल लेकर गए, जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। उनके पुत्र सौरभ ने बताया कि ब्लड प्रेशर व मधुमेह से पीड़ित थे। उनका ब्लड शुगर व बीपी अनियंत्रित था। डाक्टर को दिखाने के बाद भी आराम नहीं मिली था। इसी तरह शनिवार देर रात 60 वर्षीय गोविद नगर मंजीत सिंह बाहर से लौटे तो सिर में तेज दर्द होने लगा। वह गिर पड़े और शरीर का एक तरफ का हिस्सा सुन्न पड़ गया। स्वजन उन्हें लेकर एलएलआर इमरजेंसी लेकर भागे। जांच में ब्रेन स्ट्रोक का पड़ा, चला जहां इलाज शुरू होने से पहले की उनकी सांसें थम गईं। कैंट निवासी 65 वर्षीय इब्राहीम को हार्ट अटैक पड़ने पर रामा देवी स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसी तरह अरौल निवासी 62 वर्षीय कांति देवी काम करते करते अचानक बेहोश हो गईं। उन्हें स्वजन एलएलआर इमरजेंसी लेकर आए, जहां ब्रेन स्ट्रोक पड़ने की मौत की पुष्टि की गई। मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा. रिचा गिरि का कहना है कि हाई ब्लड प्रेशर व अनियंत्रित मधुमेह वाले मरीजों के लिए सर्दी जानलेवा साबित हो रही है।