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बुजुर्गो के साथ युवाओं पर भी ठंड का सितम, आठ की मौत

हार्ट अटैक से सात और ब्रेन स्ट्रोक से एक की गई जान, लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान में भर्ती हुए 50 मरीज।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 12:03 AM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 12:03 AM (IST)
बुजुर्गो के साथ युवाओं पर भी ठंड का सितम, आठ की मौत
बुजुर्गो के साथ युवाओं पर भी ठंड का सितम, आठ की मौत

जागरण संवाददाता, कानपुर : ठंड का सितम बढ़ गया है। सोमवार को पारा 6.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। ऐसे में दिल और दिमाग के मरीजों की आफत बढ़ गई है। हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से 8 लोगों ने दम तोड़ दिया, इसमें कई युवा भी हैं। उधर, सोमवार को लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान की इमरजेंसी में 50 मरीज भर्ती हुए। संस्थान के बेड फुल हो गए हैं।

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दो दिन से पारा तेजी से गिरा है। रविवार को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस था, जबकि सोमवार को 6.3 डिग्री रहा। ठंड बढ़ने से दिल के पुराने मरीज, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज पीड़ितों की मुश्किल बढ़ गई है। हृदय रोग संस्थान में सजेती की रामश्री (45), चौबेपुर के रघुवीर (55), मन्नीपुरवा के ओमप्रकाश (48), जूही के साजिद (52), कन्नौज के राधा मोहन (18) व सुशील तिवारी (53) औरैया के रईस मोहम्मद (52) की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वहीं किदवई नगर निवासी श्रीनिवास (23) की ब्रेन स्ट्रोक से जान चली गई। श्रीनिवास अपने परिचित को छोड़ने सेंट्रल स्टेशन गए थे, रास्ते में बेहोश होकर गिर गए। पुलिस ने उन्हें हृदय रोग संस्थान भेजा, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

तीन बजे तक ओपीडी

हृदय रोग संस्थान की ओपीडी में मरीजों की भीड़ हो रही है। डॉक्टर तीन बजे तक ओपीडी में मरीज देखते हैं। सोमवार को डॉ. सीएम वर्मा की ओपीडी में 653 मरीज आए, उनमें से 50 मरीजों की गंभीर स्थिति को देखते हुए भर्ती करना पड़ा।

मरीजों के लिए विशेष इंतजाम

संस्थान के निदेशक डॉ. विनय कृष्ण ने मरीजों की भीड़ को देखते हुए मंगलवार से एक और वरिष्ठ चिकित्सक की ओपीडी शुरू करने का निर्णय लिया है। ओपीडी में एक दर्जन रेजीडेंट डाक्टरों की टीम मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए लगाई गई है।

इसका रखें ध्यान

-ठंड में देर रात को घूमने से बचें।

-हार्ट के पुराने मरीज, बीपी-शुगर वाले एहतियात बरतें।

-अचानक बिस्तर से निकलकर बाहर न जाएं।

-धूप निकलने पर सुबह की सैर करने जाएं।

-सिर और कान अच्छी तरह ढककर बाहर निकलें।

-खाली पेट घर से न निकलें।

-घबराहट, उलझन, सीने और गर्दन के पीछे दर्द होने पर विशेषज्ञ को दिखाएं।


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