दबाने की कवायद पर धूल ने 'पानी' फेरा
जागरण संवाददाता, कानपुर : जनता के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ करने से सरकारी महकमे नहीं चूकते
जागरण संवाददाता, कानपुर : जनता के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ करने से सरकारी महकमे नहीं चूकते हैं। वातावरण शुद्ध रखने के लिए एनजीटी के आदेश के बाद धूल को उड़ने से रोकने के लिए खोदी सड़कों पर पानी डलवाने और जगह-जगह फैली निर्माण सामग्री को हटवाने के नाम पर नगर निगम सिर्फ कागजी कार्रवाई कर रहा है। केवल चार दिन ही पानी की छिड़काव कराया गया और कुछ जगह फैली निर्माण सामग्री के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। अब फिर हालत वैसे ही हैं। कोहरे के साथ ही उड़ती धूल के कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है।
पहले से और हालत बतर हो गई है। जगह-जगह सड़कें खोदी जा रही हैं लेकिन अभी तक मोटरेबल नहीं की गयी है। शहर के खास इलाकों का हाल बेहाल है। अन्य इलाकों की तो और दुर्दशा है।
आर्यनगर, स्वरूप नगर, तिलक नगर, जीटी रोड, पांडुनगर, अशोक नगर , जवाहर नगर, नेहरू नगर, रामबाग, रानीगंज, काकादेव, नवाबगंज समेत कई इलाकों में पाइप डालने के लिए कंपनियों ने सड़क खोद डाली। इन्हें अभी तक मोटरेबल नहीं किया गया है। वाहनों के आने-जाने पर दिनभर धूल उड़ती रहती है।
एनजीटी की फटकार के बाद नगर निगम, जलकल, फायर बिग्रेड व जल निगम ने कई जगह तीन हफ्ते पहले खोदी सड़कों पर छिड़काव कराया था। चार दिन बाद ही अभियान बंद हो गया लेकिन खोदी सड़कों को अभी तक मोटरेबल नहीं किया गया है।
जाड़े के साथ ही सुबह बढ़ते कोहरे और धूल के कण के चलते लोगों का सांस लेना मुश्किल हो जाता है। कई जगह तो कई माह से सड़क खोदी पड़ी है।
नगर निगम कूड़े में आग लगाने वालों के आगे फेल
नगर निगम कूड़े में आग लगाने वालों पर कार्रवाई करने में फेल साबित हो रहा है। रोक के बाद भी धड़ल्ले से कूड़ा जलाया जा रहा है। टाटमिल चौराहा जीटी रोड में कूड़े के कंटेनर में ही कुछ लोगों ने आग लगा दी। इसके धुएं से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया। छपेड़ापुलिया, सीसामऊ बाजार, सर्वोदय नगर समेत कई जगह लोग कूड़े में आग लगा देते हैं। इसमें कर्मचारी भी शामिल होते हैं लेकिन नगर निगम इनके आगे फेल साबित हो रहा है।