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कानपुर के औद्योगिक क्षेत्र रनियां और जैनपुर में ध्वस्त ड्रेनेज सिस्टम और बदहाल सड़कों से कराह रहे उद्योग

उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण को रनियां और जैनपुर में विकास कार्य करना है लेकिन अभी ध्यान नहीं दिए जाने से उद्यमियों में निराशा बनी हुई है। हाईवे किनारे होने के बाद भी औद्योगिक क्षेत्र को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 11 Mar 2021 09:46 AM (IST)Updated: Thu, 11 Mar 2021 09:46 AM (IST)
कानपुर के औद्योगिक क्षेत्र रनियां और जैनपुर में ध्वस्त ड्रेनेज सिस्टम और बदहाल सड़कों से कराह रहे उद्योग
औद्योगिक क्षेत्र मूलभूत समस्याअों से जूझ रहा है।

कानपुर, जेएनएन। कानपुर देहात के रनियां और जैनपुर औद्योगिक क्षेत्र में सुविधाएं न होने से उद्योग कराह रहे हैं। जैनपुर औद्योगिक क्षेत्र में सड़कें पूरी तरह से टूट गई हैं। सड़कों से उड़ती धूल यहां प्रदूषण का भी बड़ा कारण है। रनियां में सड़कें तो बन गई हैं, लेकिन ड्रेनेज सिस्टम यहां पूरी तरह ध्वस्त है। सड़कों पर फैला फैक्ट्रियों का पानी और बारिश में जलभराव से उद्यमी तो परेशान होते ही हैं, यहां कारखानों में काम करने वाले मजदूरों को भी दिक्कत होती है। दोनों औद्योगिक क्षेत्रों में विकास कार्य कराने की जिम्मेदारी उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण की है।

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जैनपुर में वर्षों से नहीं बनीं सड़कें

जैनपुर और ग्रोथ सेंटर जैनपुर औद्योगिक क्षेत्र में सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हैं। ये सड़कें वर्षों से नहीं बनी हैं। ऐसा नहीं है कि यहां के उद्यमी प्राधिकरण को मरम्मत शुल्क नहीं देते। वे समय से देते हैं और जो नहीं देते उनसे बकाया राशि पर ब्याज भी लिया जाता है, लेकिन सुविधाएं देने की बात जब आती है तो अफसर सिर्फ कोरा आश्वासन ही देते हैं। यहां ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त है। ऐसे में बारिश का पानी कारखानों में भर जाता है। बिजली आपूर्ति का सिस्टम भी बहुत खराब है। जर्जर तार वर्षों से नहीं बदले गए हैं। ऐसे में आए दिन फाल्ट होता रहता है।

रनियां में बारिश होने पर बंद हो जाते उद्योग

रनियां में प्राधिकरण और उद्यमियों के बीच वर्षों से ड्रेनेज सिस्टम को लेकर रार चल रही है। उद्यमी हर बार कहते हैं कि वहां ड्रेनेज सिस्टम बनाया जाए, लेकिन प्राधिकरण के अफसर हर बार आश्वासन ही देते हैं। बारिश में तो यहां कारखानों में पानी भर जाने से उद्योग तक बंद हो जाते हैं। कारखानों से निकलने वाला पानी भी सड़क किनारे फैलता है। मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर की पहल पर अब आइआइटी की मदद से वहां नालों की स्थापना को लेकर बात चल रही है। प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्र के बगल में ही उद्योग विभाग का भी औद्योगिक क्षेत्र है, वहां भी ड्रेनेज की समस्या है।

  • इनकी भी सुनिए

  • रनियां में जलभराव की समस्या से उद्यमी दो चार होते हैं। जैनपुर औद्योगिक क्षेत्र में विकास कार्य तो हो ही नहीं रहा है। सड़कें टूटी हैं। ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त है। प्राधिकरण को वहां सुविधाएं देनी चाहिए। -राजीव शर्मा, आइआइए चेयरमैन कानपुर देहात
  • रनियां स्थित उद्योग विभाग व प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं अच्छी नहीं हैं। जैनपुर औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति तो बहुत ही खराब है। यहां वर्षों से सड़कें नहीं बनीं। बिजली व्यवस्था भी जर्जर है। -दीनदयाल रिझवानी, उद्यमी
  • जैनपुर औद्योगिक क्षेत्र की खस्ताहाल सड़कों को लेकर कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन काम नहीं हुआ। उद्योग बंधु की बैठक में समस्याओं के निस्तारण की बात होती है, पर काम नहीं। -सचिन गर्ग, उद्यमी
  • प्राधिकरण जैनपुर क्षेत्र के विकास पर ध्यान नहीं दे रहा है। सड़कों की बदहाल स्थिति को लेकर कुछ नहीं हो रहा। पिछले पांच वर्षों से इस समस्या को उठा रहे हैं, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। -रोहित अग्रवाल, उद्यमी

रनियां औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति

- 37 एकड़ में बसा है औद्योगिक क्षेत्र

-111 भूखंड आवंटित किए गए हैं

- 55 औद्योगिक इकाइयां यहां संचालित हो रही हैं

- 20 औद्योगिक इकाइयां सिक हो गई हैं

- 08 हजार कर्मचारी यहां काम करते हैं

जैनपुर व ग्रोथ सेंटर औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति

776.65 एकड़ के हैं औद्योगिक क्षेत्र

-741 औद्योगिक भूखंड आवंटित हैं

- 263 औद्योगिक इकाइयां यहां चल रही हैं

- 28 औद्योगिक इकाइयां बंद पड़ी हैं

-07 हजार से अधिक लोग काम करते हैं


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