प्लास्टिक पार्क के लिए बनेगी डीपीआर, यूपीसीडा के अधिशासी अभियंता बनाएंगे लेआउट प्लान
सेन पूरब पारा गांव के 60 एकड़ में प्रस्तावित है प्लास्टिक पार्क नए निवेशकों के आने के साथ ही उद्यमी भी लगा सकेंगे यूनिट यूपीसीडा ने मेगा लेदर क्लस्टर की स्थापना के लिए भूमि का पुनग्र्रहण कराया था अब इस भूमि पर लेदर क्लस्टर की जगह प्लास्टिक पार्क बनेगा
कानपुर, जेएनएन। सेन पूरब पारा गांव के 60 एकड़ में प्रस्तावित प्लास्टिक पार्क के लिए लेआउट प्लान बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेआउट प्लान बनने के साथ ही डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जाएगी। लेआउट प्लान और डीपीआर उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के अधिशासी अभियंता बनाएंगे। इस प्रोजेक्ट के लिए वाणिज्य मंत्रालय से भी वित्तीय मदद लेने की तैयारी है। रमईपुर में मेगा लेदर क्लस्टर के लिए भूमि का पुनग्र्रहण किया गया है। यह भूमि स्पेशल परपज व्हीकल के तहत गठित कंपनी को आवंटित की जा चुकी है। इसी भूमि से सटी हुई सेन पूरब पारा गांव की जमीन पर यूपीसीडा ने मेगा लेदर क्लस्टर की स्थापना के लिए भूमि का पुनग्र्रहण कराया था, लेकिन अब इस भूमि पर लेदर क्लस्टर की जगह प्लास्टिक पार्क बनेगा। चूंकि इसका विकास क्लस्टर के रूप में होगा, ऐसे में केंद्र सरकार से इस प्रोजेक्ट के लिए वित्तीय मदद आसानी से मिल जाएगी। प्रस्ताव मंत्रालय को भेजा जा चुका है। अब लेआउट प्लान बनाने के साथ ही डीपीआर बनाने का कार्य होना है। कानपुर में लेदर, टेक्सटाइल के बाद सबसे ज्यादा उत्पादन प्लास्टिक से जुड़े उत्पादों का होता है। यही वजह है कि यूपीसीडा के सीईओ मयूर महेश्वरी ने इस प्लास्टिक पार्क की स्थापना की पहल की है। इसके बनने से वहां नए निवेशक तो आएंगे ही, कुछ उद्यमी भी नई यूनिट लगा सकेंगे। यूपीसीडा के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी राजेश राय का कहना है कि लेआउट व डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।