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युवाओं से Covid Vaccination से पहले रक्तदान की अपील, ताकी मरीजों को दिया जा सके अभयदान

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अब 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के युवाओं को भी वैक्सीनेश कराने का निर्देश आ गा है। वैक्सीनेशन कराने वाला रक्तदान नहीं कर सकता है इसलिए ब्लड बैंक में स्टॉक बनाए रखने के लिए अपील की जा रही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 09:47 AM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 09:47 AM (IST)
युवाओं से Covid Vaccination से पहले रक्तदान की अपील, ताकी मरीजों को दिया जा सके अभयदान
रक्तदान न होने से मरीजों के लिए बन जाएगी समस्या।

कानपुर, [अंकुश शुक्ल]। संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच ऑक्सीजन और दवाओं की कमी से जूझ रहे शहर वासियों को जल्द ही खून की कमी से भी दो-चार हो पड़ सकता है। कोरोना काल में रक्तदान शिविर न लगने और लोगों के कम रक्तदान करने के कारण थैलेसिमिया, हीमियोफिलिया के मरीजों के साथ इमरजेंसी और गर्भवती महिलाओं को भटकना पड़ सकता है। लोगों को इस समस्या से न जूझना पड़े इसलिए डॉक्टरों द्वारा वैक्सीनेशन से पहले रक्तदान की अपील की जा रही है।

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जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के ट्रांसफ्यूजन विभाग की नोडल ऑफिसर डॉ. लुबना खान ने बताया कि कोरोना के समय रक्तदान शिविर के स्थगित और लोगों के कम से कम रक्तदान के कारण ब्लड बैंक में खून की कमी हो रही है। वैक्सीनेशन के बाद कुछ दिनों तक खून नहीं दे पाना और प्लाज्मा डोनेट भी इसकी एक वजह है। ऐसे में खून की कमी न पड़े इसलिए युवाओं को वैक्सीनेशन से पहले रक्तदान करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। पहले वैक्सीनेशन के बाद 28 दिन खून नहीं दे सकते हैं, अब इसे घटाकर 14 दिन कर दिया गया। ताकि उनके द्वारा किए गए रक्तदान से मरीजों को जीवन का अभयदान मिल सके।

थैलेसिमिया, हीमियोफिलिया और गर्भवती महिलाओं के लिए संकट

डॉ. लुबना खान ने बताया कि खून की सर्वाधिक जरूरत थैलेसिमिया, हीमियोफिलिया और गर्भवती महिलाओं के मामलों में पड़ती है। इन बीमारियों से पीडि़त बच्चों को महीने में कई बार खून की जरूरत पड़ती है। बच्चों में एक यूनिट और वयस्क में दो यूनिट खून की जरूरत होती है। वहीं, गर्भवती महिलाओं को आपात स्थिति में खून की कमी को पूरा करना पड़ता है। ऐसी स्थितियों से बचने के लिए खून तत्काल चढ़ाना पड़ता है।

एनजीओ और समितियों से रक्तदान की अपील : उन्होंने बताया कि खून की कमी न पड़े इसके लिए अभी तक रक्तदान अभियान से जुड़े एनजीओ और समितियों को रक्तदान करने के लिए कहा जा रहा है। इसके साथ ही सबसे ज्यादा दिक्कत एबी और ए ग्रुप के खून को लेकर हो सकती है। यह ब्लड ग्रुप कम लोगों का होता है। इसलिए इसका ब्लड मिलना मुश्किल होता है।

ब्लड ग्रुप-पॉजिटिव-निगेटिव-कुल (यूनिट)

ए :2-1-3

बी :23- 1- 24

ओ :22- 0- 22

एबी :5- 5- 10

नोट : यह डाटा शनिवार सुबह दस बजे तक का है।


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