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कोरोना के बाद कमजोरी व सांस की दिक्कत, पढ़िए- पोस्ट कोविड मरीजों के सवाल और डॉक्टर के जवाब

कोरोना संक्रमण को लेकर हैलो डॉक्टर कार्यक्रम में पोस्ट कोविड मरीजों ने संक्रमण से ठीक होने के बाद आने वाली समस्याओं को लेकर सवाल किए। डॉक्टरों ने जवाब देकर कहा- घबराए नहीं धीरे-धीरे आराम मिलेगा। नियमित रूप से जांच करें और योग-प्राणायाम करते रहें।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 10:38 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jun 2021 10:38 AM (IST)
कोरोना के बाद कमजोरी व सांस की दिक्कत, पढ़िए- पोस्ट कोविड मरीजों के सवाल और डॉक्टर के जवाब
हैलो डॉक्टर कार्यक्रम में पोस्ट कोविड मरीजों ने पूछे सवाल।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस से जंग जीतने वालों में सांस फूलना, कमजोरी और चक्कर आना आम समस्या है। कोरोना से उबरने वाले अधिकतर लोगों में ऐसी परेशानी होती है, ये पोस्ट कोविड सिंड्रोम है। इसे बीमारी मानकर दवा का लगातार सेवन करने से दूसरे साइड इफेक्ट होने लगते हैं, जबकि पोस्ट कोविड सिंड्रोम पांच से छह हफ्ते में स्वत: ठीक हो जाता है। यह बातें दैनिक जागरण के हैलो डाक्टर कार्यक्रम में सीनियर पल्मोनोलाजिस्ट डा. एके सिंह ने पाठकों के सवालों के जवाब देते हुए कहीं। उन्होंने पाठकों की कई जिज्ञासाएं शांत कीं। 

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कोरोना से ठीक होने के बाद भी आक्सीजन पर है, बचाव के तरीके बताएं? -पीयूष, किदवई नगर।

-कोरोना से उबरने के बाद फेफड़ों की कार्यक्षमता कम हो जाती है। इसलिए जल्दबाजी न करें और बेवजह स्टेरायड का सेवन न करें। धीरे-धीरे फेफड़े दुरुस्त हों जाएंगे। आक्सीजन सेचुरेशन समय-समय पर चेक करते रहें। योग व प्राणायाम भी जरूर करें।

* चार वर्ष की बेटी को अप्रैल में संक्रमण हुआ था, बुखार रहता है? -गगनदीप सिंह, माडल टाउन।

- यह पोस्ट कोविड सिंड्रोम है। असमें शरीर का थर्मोस्टेट सेंटर हायर साइड पर शिफ्ट कर जाता है। कई बार 2-3 सप्ताह तक बुखार रहता है। बच्ची को जूस व तरल पदार्थ देते रहें, ताकि पानी की कमी न होने पाए।

* कई दिनों से सांस लेने में दिक्कत है? -विकास मिश्रा, आवास विकास कल्याणपुर।

- अगर आप संक्रमित नहीं हुए हैं, तो आपको सांस की समस्या है। चिकित्सक की सलाह पर इन्हेलर लेते रहें।

* वैक्सीन की पहली डोज लगवाने के बाद भी इम्यूनिटी नहीं बढ़ी, बुखार व खांसी है? -विकास सक्सेना, लाजपत नगर।

- पहली बात वैक्सीन बुखार-खांसी के लिए नहीं बल्कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए है। वैक्सीन की दोनों डोज लगवाएं।

* दो अप्रैल को वैक्सीन लगवाई, तब से रुक रुककर बुखार आ रहा है? -पवन तिवारी, किदवई नगर।

- शरीर में कमजोरी के चलते ऐसा होता है। भोजन में पौष्टिक आहार लें। इससे शरीर की कमजोरी दूर होगी।

* वैक्सीनेशन के बाद से पत्नी को चक्कर और बुखार आ रहा है? -राम प्रकाश, फजलगंज।

- बुखार आना सामान्य बात है। ये दो से तीन दिन रहता है। शरीर में पानी की कमी न होने दें।

* कोरोना के संक्रमित के बाद से खांसी, सांस लेने में तकलीफ और कफ की समस्या है? - प्रज्ञा सिंह, कल्याणपुर।

- पोस्ट कोविड ङ्क्षसड्रोम में सूखी खांसी और कफ की समस्या रहती है। धीरे-धीरे आराम मिलेगा। साधारण एंटी एलर्जिक दवाएं ले सकती हैं। नमक व मिर्च का कम सेवन करें। सुबह-शाम भाप लें।

* किडनी प्रत्यारोपण कराया है, कोरोना से संक्रमित होने के बाद ठीक हो गया हूं, वैक्सीन कब लगवाऊं ? - आशीष तिवारी, कैंट।

- जिस दिन रिपोर्ट पाजिटिव आई थी, उसके 90 दिन बाद वैक्सीनेशन करा सकते हैं।

* कोरोना का संक्रमण तो नहीं हुआ, लेकिन सीटी स्कैन स्कोर छह था। लंबे समय से जोड़ों में भी दर्द है? - दिनेश गेरा, गोङ्क्षवद नगर।

- वैक्सीनेशन के बाद एक दो दिन तक जोड़ों में दर्द रह सकता है। ये लंबे समय तक रहे तो डॉक्टर से परामर्श लें।

* कोरोना के संक्रमण के बाद से सीने में दर्द और सांस फूलने की समस्या है? - गिरीश अरोड़ा, सिंधी कालोनी।

- पोस्ट कोविड में सांस फूलने की समस्या हो सकती है। यदि सीने में भी र्द है तो यह हृदय रोग का संकेत है। विशेषज्ञ को दिखाएं और टीएमटी जांच जरूर कराएं।

* कोरोना से उबरने के बाद पल्स रेट अधिक रहती है? - आरएस द्विवेदी, गायत्री नगर।

- पोस्ट कोविड में कुछ सप्ताह तक सीढ़ी चढऩे-उतरने पर सांस फूलती है। ज्यादा दिन समस्या रहे तो डाक्टर को दिखाएं।

* कोरोना से ठीक होने के बाद से पैरों में सूजन रहती है? - सरला, मंगला विहार।

- पैर की नस में सूजन की समस्या के लिए डाक्टर को दिखाएं। बगैर उनकी सलाह के दवा न खाएं।

* कोरोना के संक्रमण के बाद से चक्कर आ रहा है? - दुर्गा प्रसाद, किदवई नगर।

- अनियंत्रित मधुमेह और ब्लड प्रेशर की वजह से ऐसा होता है। नियमित रूप से जांच करें और योग-प्राणायाम करते रहें।

पोस्ट कोविड में ध्यान रखने योग्य बातें

- सीटी स्कैन का स्कोर बीमारी की तीव्रता नहीं बताता।

- बीमारी ठीक होने पर भी स्कोर बढ़ा हो सकता है।

- बिना सलाह आइवरमेक्टिन व स्टेरायड नहीं लेना चाहिए।

- खांसी में खून एवं आंखों में सूजन होने पर डाक्टर को दिखाएं।


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