भीषण ठंड में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से कैसे बचें, पढि़ए-आपके सवाल और डॉक्टर का जवाब
हमारे हैलो डॉक्टर कार्यक्रम में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य एवं सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट प्रो. आरती लालचंदानी जवाब दिए।
कानपुर, जेएनएन। भीषण ठंड ने शहर को पूरी तरह से अपनी जकड़ में ले लिया है। हालांकि सर्दियों को हेल्दी सीजन कहा जाता है लेकिन इसका लुत्फ उठाने के लिए कुछ सावधानियां बरतना भी बेहद जरूरी है। ऐसे मौसम में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए ब्लड प्रेशर (बीपी) और शुगर मधुमेह (शुगर) को नियंत्रित रखना जरूरी है। अत्याधिक ठंड में कमरे के अंदर ही बिस्तर पर ही बैठे-बैठे योग-प्राणायाम करें। युवा, बुजुर्ग और महिलाएं सुबह अचानक बिस्तर से न उठें, यह खतरनाक हो सकता है। पढि़ए-हमारे हैलो डॉक्टर कार्यक्रम में कॉलर के सवालों का जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य एवं सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट प्रो. आरती लालचंदानी द्वारा दिए गए जवाब के अंश...।
- सवाल : एंजियोप्लास्टी हुई है, दोबारा समस्या हो सकती है? -शैलजा भटनागर, दबौली।
जवाब : सर्दियों में पुराने दिल के रोगियों में कई गुणा रिस्क बढ़ जाता है। एहतियात बरतें।
- सवाल : साठ वर्ष का हूं, एलडीएच सौ से नीचे है, दवाएं लेनी पड़ेगी? -राकेश सक्सेना, आचार्य नगर।
जवाब : अगर मधुमेह (शुगर) या ब्लड प्रेशर (बीपी) की समस्या नहीं है तो दवा लेने की जरूरत भी नहीं है।
- सवाल : अचानक बीपी और धड़कन बढऩे से कोई समस्या? -नीता कटियार, बर्रा विश्व बैंक।
जवाब : बीपी बढऩा ही बीमारी है। जो ब्रेन स्ट्रोक, गुर्दा में खराबी, हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। ठंड में सावधानी से रहें।
- सवाल : बीपी और शुगर की नियमित दवाएं चलती हैं, ठंड में क्या करें? -अशोक तिवारी, शुक्लागंज।
जवाब : ठंड से बचकर रहें। अच्छी तरह कपड़े पहने और सुबह अचानक बिस्तर न छोड़ें। बिस्तर पर बैठकर व्यायाम करें। लापरवाही पर हार्ट अटैक एवं ब्रेन स्ट्रोक पड़ सकता है।
- सवाल : हार्ट अटैक के कारण एवं बचाव बताएं? -इंदरजीत सिंह, गुमटी।
जवाब : सर्दियों में रक्त नलिकाएं सिकुडऩे से शरीर में खून के प्रवाह में अवरोध होता है। दिल को रक्त प्रवाह के लिए पंपिंग अधिक करनी पड़ती है। इससे दिल की धड़कन व बीपी बढ़ता है। देर तक एक जगह पर न बैठे रहें। रक्त प्रवाह प्रभावित होता है, खून गाढ़ा होने लगता है। वजन बढऩे से चर्बी बढ़ती है। कैलोरी की खपत कम हो जाती है। यह हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर हैं। कई बार में थोड़ा-थोड़ा खाएं। पानी अधिक पीएं।
- सवाल : बीपी बढऩे से सड़क पर बेहोश हो गए? -एमए मलिक, लालबंगला।
जवाब : ब्लड प्रेशर 216 पहुंचना खतरनाक है। ब्रेन स्ट्रोक से बच गए। ब्लड यूरिया, सिरम क्रिएटनिन और यूरिक एसिड की जांच कराएं।
- सवाल : पति बीपी की दवा लेना भूल जाते हैं, कोई दिक्कत? -छाया गुप्ता, स्वरूप नगर।
जवाब : शुगर, बीपी की दवा भूल जाएं तो कभी भी ले सकते हैं। इन दवाओं का असर 24 घंटे रहता है।
- सवाल : बीपी बढऩे से हाथ-पैर में ऐंठन होती है? -वीना पांडेय, किदवई नगर।
जवाब : बीपी की दवा से सोडियम निकलने से हाथ-पैरों में ऐंठन होती है। कुछ मात्रा में नमक ले लिया करें।
- सवाल : पिताजी लकवा से पीडि़त है, सर्दियों में क्या करें? -मुन्नालाल कुशवाहा, चौबेपुर।
जवाब : सर्तकता बरतें। धीरे-धीरे व्यायाम और मालिश कराएं। भोजन में सूप और द्रव्य की मात्रा बढ़ा दें।
- सवाल : किस उम्र में हार्ट अटैक का खतरा सर्वाधिक होता? -अनुपम शुक्ला, बैरमपुर।
जवाब : युवाओं को हार्ट अटैक पड़ रहा है। 45 वर्ष के बाद रिस्क बढ़ता है। 65 वर्ष के बाद पांच गुणा तक बढ़ जाता है। ठंड में नियमित बीपी चेक कराएं। खानपान-जीवनशैली में सुधार करें।
- सवाल : सीने में चूभन सा दर्द होता है? -अक्षिता, गोविंद नगर।
जवाब : हार्ट अटैक में चूभन नहीं होती। गैस की समस्या है।
- सवाल : वजन उठाने में सीने में दर्द होता है। -संजय श्रीवास्तव, कल्याणपुर।
जवाब : एंजाइना का संकेत है। भूल कर भी वजन न उठाएं।
- सवाल : हार्ट अटैक पडऩे पर क्या करें? -काजल गुप्ता, रावतपुर।
जवाब : पीडि़त को तत्काल अस्पताल लेकर जाना चाहिए।
- सवाल : सर्दियों में हार्ट अटैक क्यों पड़ता है? -जय प्रकाश तिवारी, बर्रा एक।
- जवाब : खून की धमनियां सिकुड़ जाती हैं। पानी कम पीने से खून गाढ़ा होने से थक्का जमता है। हार्ट में खून का बहाव कम होने से अटैक पड़ता है।
- सवाल : सांस फूलने व सीने में दर्द है? -संकल्प तिवारी, रामकृष्ण नगर।
- जवाब : बीमारी की वजह जानने को पूरा चेकअप कराएं। जीवनशैली बदलें। योग-प्रणायाम करें। ठंड से बचें।