फर्रुखाबाद : बसपा नेता अनुपम दुबे के बाद उसकी पत्नी पर भी कसा शिकंजा, डीएम ने वेतन का ब्यौरा किया तलब
फर्रुखाबाद में बसपा नेता अनुपम दुबे की शिक्षिका पत्नी के वेतन का ब्यौरा तलब किया गया है बीएसए ने गेंद जिलाधिकारी के पाले में डालकर अपना पल्ला झाड़ लिया है। वहीं नगर शिक्षाधिकारी ने बीएसए के निर्देश पर वेतन का ब्यौरा भेजा है।
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता। इंस्पेक्टर रामनिवास यादव, पीडब्ल्यूडी ठेकेदार मो. शमीम हत्याकांड और गैंगस्टर के मुकदमे में मैनपुरी जेल में निरुद्ध चल चल रहे बसपा नेता डा. अनुपम दुबे की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब जिला प्रशासन ने उनकी शिक्षिका पत्नी द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग से लिए गए वेतन का ब्यौरा तलब किया है। हालांकि बसपा नेता के जेल जाने के बाद अक्टूबर 2021 में बसपा नेता की पत्नी को निलंबित किया जा चुका है।
बसपा नेता डा. अनुपम दुबे की पत्नी मीनाक्षी मिश्रा कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय गाड़ीखाना फतेहगढ़ में प्रधानाध्यापिका के पद पर वर्ष 2009 में नियुक्त हुई थीं। अक्टूबर 2021 में मीनाक्षी मिश्रा को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी लालजी यादव ने समाचार पत्रों में पति के पक्ष में बयानबाजी करने, शासनादेश व विभागीय आदेशों की अवहेलना करने व बिना आनलाइन आवेदन के चिकित्सीय अवकाश पर चले जाने के आरोप में निलंबित किया था। करीब पखवारा भर पहले जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को पत्र भेजकर निर्देशित किया था कि वह बसपा नेता की शिक्षिका पत्नी मीनाक्षी मिश्रा के आहरित वेतन की वर्षवार आख्या उपलब्ध कराएं। बीएसए ने नगर शिक्षाधिकारी को मीनाक्षी मिश्रा के वेतन का ब्यौरा देने के निर्देश दिए थे।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी लालजी यादव ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि जिलाधिकारी ने बसपा नेता की शिक्षिका पत्नी के वेतन का ब्यौरा मांगा है, इस बारे में कुछ जिलाधिकारी ही बता सकते हैं। वहीं नगर शिक्षाधिकारी राजनारायण ने बताया कि जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय गाड़ीखाना की निलंबित शिक्षा मीनाक्षी मिश्रा के वेतन का ब्यौरा मांगा था, जो भिजवा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार डा. अनुपम दुबे की पत्नी ने अपनी निजी संपत्ति 47 लाख दर्शाई है, जिसकी जांच के लिए जिलाधिकारी ने उनके वेतन का ब्यौरा तलब किया है। 13 सालों में मीनाक्षी मिश्रा ने लगभग 65 लाख से ज्यादा का वेतन बेसिक शिक्षा विभाग से लिया है।