आवास विकास की सड़कें नगर निगम को होंगी हस्तांतरित, सड़कों के निरीक्षण के बाद मंडलायुक्त ने लिया निर्णय
पिछले दिनों मंडलायुक्त ने डॉक्टर राज शेखर ने नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी और अन्य अफसरों के साथ मौका मुआयना किया था। तब उन्होने हस्तांतरण का आदेश दिया था। इस सड़क के निर्माण के लिए करीब 40 करोड़ की आवश्यकता है।
कानपुर, जेएनएन। आवास विकास क्षेत्र की सड़कों को नगर निगम को हस्तांतरित किया जाएगा। जल्द ही आवास विकास परिषद और नगर निगम के अफसरों की बैठक होगी। इस बैठक में यह तय होगा कि सड़कों का हस्तांतरण किन शर्तों के साथ किया जाए। वैसे नगर निगम ने करीब 54 करोड़ की मांग आवास विकास परिषद से किया है। यह राशि मिल जाए तो यहां की सड़कों का विकास हो जाएगा। पिछले दिनों मंडलायुक्त ने डॉक्टर राज शेखर ने नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी और अन्य अफसरों के साथ मौका मुआयना किया था। तब उन्होने हस्तांतरण का आदेश दिया था।
तीन किमी तक की सड़क की स्थिति मिली थी जर्जर
मण्डलायुक्त ने नमक फैक्ट्री चौराहा से मसवानपुर चौराहा होते हुए पनकी कल्याणपुर रोड से मिलने वाली सड़क का हाल देखा था। यह सड़क करीब तीन किलोमीटर तक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। सड़क के गड्ढे को देखने के बाद ऐसा लगता है कि कभी यहां सड़क थी ही नहीं। इस सड़क के निर्माण के लिए करीब 40 करोड़ की आवश्यकता है। प्रोजेक्ट रिपोर्ट 6 माह पहले ही शासन को जा चुकी है लेकिन अभी तक इस पर निर्णय नहीं हुआ है।
मंडलायुक्त ने निरीक्षण के बाद लिया निर्णय
अब मण्डलायुक्त ने समस्त सड़कों का हस्तांतरण नगर निगम करने के लिए कहा है ऐसे में दोनों विभाग मिलकर तय करेंगे कि कब और कैसे सड़कों का हस्तांतरण होगा। मंडलायुक्त ने यह भी कहा है कि नगर निगम पहले अपने संसाधनों से ज्यादा टूट गई सड़कों का निर्माण कर दें और फिर हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी कर लें। जब शासन से सड़कों के निर्माण के लिए आवास विकास परिषद को धनराशि मिल जाए तो उसे परिषद नगर निगम को हस्तांतरित कर दें। यहां पर चाहे आवास विकास कल्याणपुर का क्षेत्र हो या हंसपुरम नौबस्ता हर जगह सड़कें टूटी हुई हैं और लोगों को आवागमन में परेशानी होती है सड़कों के साथ ही पार्क भी नगर निगम को हस्तांतरित किए जाएंगे। पार्कों के निर्माण सुंदरीकरण का कार्य आवास विकास परिषद पहले ही कर चुका है ऐसे में हस्तांतरण होने में बहुत ज्यादा दिक्कत नहीं है। नगर निगम आवास विकास में टैक्स की वसूली कर रहा है। इसके बाद भी नगर निगम सड़क और नाली निर्माण का काम नहीं करता है।