मधुमेह अनियंत्रित तो रोजा रखने में बरतें एहतियात
माह-ए-रमजान 5 मई से शुरू हो रहा है। अत्यधिक गर्मी पड़ेगी। इसलिए मधुमेह से पीड़ित मुस्लिम भाई-बहन जिनकी शुगर अनियंत्रित है तो रोजा रखने में एहतियात बरतें।
जागरण संवाददाता, कानपुर : माह-ए-रमजान 5 मई से शुरू हो रहा है। अत्यधिक गर्मी पड़ेगी। इसलिए मधुमेह से पीड़ित मुस्लिम भाई-बहन जिनकी शुगर अनियंत्रित है तो रोजा रखने में एहतियात बरतें। यह जानकारी शुक्रवार को रेव मोती के जलसा में आयोजित प्रेसवार्ता में कानपुर डायबिटीज एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. नंदिनी रस्तोगी, डॉ. बृजमोहन, डॉ. भास्कर गांगूली एवं डॉ. अनुराग मेहरोत्रा ने दी।
उन्होंने कहाकि मधुमेह रोगी जिनकी शुगर एचबीए1सी 10 फीसद से अधिक है तो रोजा न रखें। बार-बार लो शुगर (70 से नीचे) की समस्या होने पर भी रोजा से तौबा कर लें। अन्यथा हाइपोग्लाइसेमिया का खतरा हो सकता है। इसी तरह गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं, डायबिटीज के साथ किडनी, लिवर व दिल की बीमारी से पीड़ित भी रोजा न रखें। इंसुलिन पर निर्भर टाइप-1 भी रोजा रखने से परहेज करें। सामान्य व्यक्ति, जिन्हें डायबिटीज नहीं है वह भी अधिक वास और मैदा से बनी चीजों के सेवन से बचें। सोने से पहले भारी और गरिष्ठ भोजन न करें, इससे एसिडिटी हो सकती है।
शुगर नियंत्रित तो पलट दें दवा की डोज
डॉक्टरों का कहना है कि जिनकी शुगर नियंत्रित है, वह अपनी दवा की डोज पलट दें। सुबह शहरी के समय दवा की कम डोज लें। सूर्यास्त के बाद इफ्तार के बाद दवा की डोज अधिक लें। इसी तरह से इंसुलिन की डोज भी लें।
रमजान में सुबह नहीं शाम को टहलने जाएं
रमजान के दौरान सुबह के बजाए शाम को टहलने जाएं। सुबह शहरी के बाद टहलने से अधिक ऊर्जा खत्म होगी। इससे प्यास भी लगेगी और शुगर का स्तर भी बढ़ सकता है। वहीं इफ्तार के बाद पर्याप्त एनर्जी मिलेगी और उसे कंट्रोल करने के लिए टहलना जरूरी है।
शुगर 70 से नीचे व 300 से ऊपर होने पर छोड़े रोजा
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर रोज के दौरान शुगर का स्तर 70 से नीचे और 300 से ऊपर पहुंच जाए तो रोजा छोड़ना ही बेहतर होगा। अन्यथा यह स्थिति घातक हो सकती है।
पसीना व चक्कर आने पर फौरन चेक करें शुगर
मधुमेह पीड़ित रोजेदार शहरी के दो घंटे बाद शुगर का स्तर जरूर चेक करें। इसी तरह इफ्तार से पहले और उसके दो घंटे बाद भी शुगर की जांच जरूर करें। रोजा रखने के दौरान पसीना, चक्कर और कमजोरी लगाने पर शुगर की जांच फौरन करें।
शरीर में न होने दें पानी की कमी
गर्मी अधिक पड़ रही है। इसलिए शरीर में पानी की कमी न होने दें। इसके लिए तरल पदार्थ छाछ, दही, दूध और शिकंजी का सेवन करें। नमकीन चीजों का सेवन सीमित ही करें, क्योंकि इससे प्यास अधिक लगती है।
पोषक तत्वों का पावर हाउस है खजूर
रोजेदारों के लिए खजूर फायदेमंद है। इसका मतलब यह नहीं कि अधिक मात्रा में आए, सीमित मात्रा में ही लें। इसे पोषक तत्वों का पावरहाउस भी कहा जाता है। इसके अलावा छिलके वाले अनाज, फाइबरयुक्त व कार्बोहाइड्रेड का सेवन अधिक करें।