पनकी मंदिर परिसर में संकट में रहते भक्त
जागरण संवाददाता, कानपुर : पनकी स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में आवारा जानवर मुसीबत बन गए ह
जागरण संवाददाता, कानपुर : पनकी स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में आवारा जानवर मुसीबत बन गए हैं। बंदर और सांड़ कब भक्तों पर हमला कर दें कुछ कहा नहीं जा सकता। पलक झपकते ही बंदर भक्तों के हाथों से प्रसाद की डलिया छीनकर भाग जाते हैं। कई बार तो बंदर काट भी लेते हैं। मंदिर में प्रतिदिन आठ से दस हजार भक्त दर्शन पूजन के लिए आते हैं। मंगलवार को यह संख्या दोगुनी होती है। बंदरों के साथ ही गाय और सांड़ का झुंड भी भक्तों पर हमला कर देता है। परिसर में 25 से 30 गाय और सांड़ धमाचौकड़ी करते रहते हैं।
समस्या पर कोई नहीं दे रहा ध्यान
नगर निगम मंदिर परिसर से सांड़ व गाय पकड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। निगम की जिम्मेदारी है कि वह आवारा जानवरों को काजी हाउस या फिर गौशाला में भेजे। वन विभाग के अफसर भी बंदरों को पकड़ने के बजाय खामोश बैठे हैं।
भक्त भी कम जिम्मेदार नहीं
भक्त यहां आवारा जानवरों को फल, पूड़ी, लड्डू आदि खिलाते हैं। तमाम भक्त तो हरी घास भी डालते हैं। इस वजह से यहां कुछ ज्यादा ही आवारा पशु हैं।
परिसर में फैली रहती गंदगी
भक्त जहां तहां दीवार पर प्रसाद लगा देते हैं। यही प्रसाद फर्श पर गिरता है और लोगों के पैरों तले रौंदा जाता है। मंदिर परिसर में जगह-जगह डस्टबिन रखने चाहिए। दुकानदार भी डस्टबिन नहीं रखते, वे भी दोना पत्तल परिसर में फेंक देते हैं। खराब खाद्य सामग्री को जानवरों के आगे डाल देते हैं। मंदिर प्रबंधन को भी इसकी कोई चिंता नहीं है। परिसर में ही फूल फेंक दिए जाते हैं।
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जरा इनकी सुनिये
दो बार मंदिर का निरीक्षण कर चुका हूं। पशुओं को पकड़वाया जाएगा। मंदिर परिसर में डस्टबिन रखने के लिए कहा है।
- अविनाश सिंह, प्रशासक
कई बार शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। नगर आयुक्त चाहते तो यहां एक भी आवारा पशु नहीं रहते।
- श्री कृष्ण दास, महंत
रविवार से परिसर से आवारा पशु पकड़े जाएंगे। भक्तों को भी गंदगी न फैलाने के लिए जागरूक कर रहे हैं।
- जीतेंद्र दास, महंत
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परिसर में सफाई रखें सभी
मंदिर में आवारा जानवरों से डर लगता है। दुकानदारों व भक्तों को भी चाहिए कि वे खाद्य सामग्री इधर-उधर न फेंकें।
- प्रमोद बाथम, आवास विकास तीन
सभी को मिलकर मंदिर परिसर को स्वच्छ रखना चाहिए। नगर आयुक्त को चाहिए कि वे जानवरों को पकड़वाएं।
- अरविंद त्रिवेदी, मसवानपुर
भंडारा आयोजकों को स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। नगर निगम आवारा पशुओं से निजात दिलाने को कदम बढ़ाए।
- रामसरन तिवारी, बनी