भदई अमावस्या पर धर्मनगरी में उमड़ी आस्था, मेला स्पेशल ट्रेन से गिरकर एक श्रद्धालु की मौत Chitrakoot News
तड़के से ही रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर भीड़ श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी स्नान कर लगाई कामदगिरि की परिक्रमा।
चित्रकूट, जेएनएन। धर्मनगरी में शुक्रवार को भदई अमावस्या को लेकर आस्था का सैलाब उमड़ा। तड़के से ही मेला स्पेशल ट्रेनों और बसों के साथ निजी वाहनों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे। इस दौरान एक श्रद्धालु की ट्रेन से गिरकर मौत हो गई। आसपास जिलों से पैदल आने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भीड़ संभालने के लिए पुलिस व प्रशासन को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। जगह जगह पूछताछ केंद्र बनाए गए हैं।
भदई अमावस्या का विशेष स्नान व परिक्रमा का महत्व होने के कारण गुरुवार से ही श्रद्धालु चित्रकूट पहुंचने लगे थे। शुक्रवार तड़के से यह सिलसिला बढ़ गया। सुबह हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का रेला चित्रकूट धाम कर्वी रेलवे स्टेशन, बस अड्डा से होकर धर्म नगरी की सड़कों पर दिखाई पड़ा। इससे जगह-जगह जाम की स्थिति बन गई। बांदा, फतेहपुर, झांसी, मध्यप्रदेश के रीवां, छतरपुर, सतना से पैदल श्रद्धालुओं के जत्थे आए। इनके जयकारों से धर्मनगरी गूंज उठी।
आउटर पर पर गिरने से उखड़ी सांसें
हमीरपुर के मुस्करा थानाक्षेत्र के बड़वा निवासी 56 वर्षीय नंदलाल अपने आधा दर्जन साथियों के साथ गुरुवार को धर्म नगरी में दर्शन, परिक्रमा व स्नान के लिए आए थे। शुक्रवार सुबह दस बजे मेला स्पेशल ट्रेन से लौटते समय भीड़ के कारण कर्वी आउटर के पास वह ट्रेन से नीचे गिर पड़े। ट्रैक किनारे गिरने से उनकी मौत हो गई। श्रद्धालुओ ने उसके परिजनों को खबर दी। उधर, एक अन्य श्रद्धालु को वाहन की टक्कर से घायल होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गोधूलि बेला तक परिक्रमा का विशेष महत्व
भदई अमावस्या पर गोधूलि बेला तक कामदगिरि परिक्रमा का विशेष महत्व है। चित्रकूट पर शोध कर रहे आनंद सिंह पटेल व बुंदेली सेना जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बताते हैं कि मान्यता है कि भदई अमावस्या पर खुद कामधेनु कामदगिरि पर्वत पर आती हैं। इसलिए इस दिन सूर्यास्त और गोधूलि बेला से पहले तक परिक्रमा लगाने से हजारों यज्ञों का फल मिलता है। इसी वजह से भदई अमावस्या पर सुबह लाखों की संख्या में श्रद्धालु धर्म नगरी पहुंचे।
जगह-जगह भंडारा, श्रद्धालुओं ने चखा प्रसाद
भदई अमावस्या पर श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने पर भंडारों का आयोजन भी हुआ। कर्वी, शिवरामपुर, भरतकूप, चित्रकूट, रामघाट में भंडारों का आयोजन किया गया। व्यापारियों ने प्रसाद वितरण किया। हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।