Death from Dengue and Viral: कानपुर में डेंगू से बुजुर्ग और वायरल निमोनिया से किशोरी की गई जान
फतेहपुर निवासी 68 वर्षीय गोरेलाल को 10 दिन से बुखार आ रहा था। उनकी हालत बिगडऩे पर स्वजन पहले उन्हें निजी अस्पताल ले गए। जांच में डेंगू की पुष्टि होने पर जिला अस्पताल भेज दिया। सात दिन तक वहां भर्ती रहे।
कानपुर, जेएनएन। शहर में डेंगू और वायरल बुखार का कहर थम नहीं रहा है। शुक्रवार को इलाज के दौरान दो मरीजों ने दम तोड़ दिया। डेंगू पीडि़त फतेहपुर निवासी बुजुर्ग की एलएलआर अस्पताल की इमरजेंसी में मौत हो गई। वहीं, वायरल निमोनिया से घाटमपुर की 14 वर्षीय किशोरी ने निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया।
फतेहपुर निवासी 68 वर्षीय गोरेलाल को 10 दिन से बुखार आ रहा था। उनकी हालत बिगडऩे पर स्वजन पहले उन्हें निजी अस्पताल ले गए। जांच में डेंगू की पुष्टि होने पर जिला अस्पताल भेज दिया। सात दिन तक वहां भर्ती रहे, लेकिन आराम न मिलने पर डाक्टरों ने एलएलआर अस्पताल रेफर कर दिया। एलएलआर इमरजेंसी में इलाज के दौरान शुक्रवार तड़के उनकी मौत हो गई। वहीं, घाटमपुर की 14 वर्षीय अंशिका को कई दिनों से बुखार के साथ खांसी और जुकाम था। फेफड़े में संक्रमण बढऩे से सांस लेने में दिक्कत होने लगी। स्वजन ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाटमपुर में भर्ती कराया। वहां आराम न मिलने पर स्वजन ने उसे चकेरी के नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. रिचा गिरि का कहना है कि ओपीडी व इमरजेंसी में रोजाना बड़ी संख्या में बुखार पीडि़त आ रहे हैं। गंभीर स्थिति होने पर भर्ती करना पड़ता है।